कमल बिष्ट/उत्तराखंड समाचार।
कोटद्वार गढ़वाल। लालढांग- चिल्लरखाल – कोटद्वार- रामनगर वन मोटर मार्ग जनचेतना समिति व डू समथिंग सोसाइटी के तत्वावधान में
विभिन्न संगठनों ने चिल्लरखाल से तहसील तक एक विशाल जनचेतना रैली आयोजित की गई।
विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी व क्षेत्रवासी चिल्लरखाल बैरियर में जन चेतना रैली में इक्कठा हुए। जहाँ से जनचेतना समिति के संयोजक मंयक प्रकाश कोठारी के नेतृत्व में रैली आरम्भ हुई। रैली मुख्य मार्गों से होते हुए तहसील पहुंची। जहाँ वक्ताओं ने इस मार्ग को गढ़वाल व कुमांऊ मंडल की लाइफलाइन बताया।
इस अवसर पर प्रर्दशन कारियों ने उप जिलाधिकारी कोटद्वार के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उत्तराखण्ड प्रदेश वासियों की लंबे समय से लंबित मांग, लालढांग चिल्लरखाल – कोटद्वार – रामनगर मोटर मार्ग सुचारू रूप से ब्रिटिशकाल से ही प्रदेशवासियों के लिए उपलब्ध था। उक्त मार्ग के निर्माण के संबंध में उत्तराखण्ड प्रदेश बनने के 25 वर्ष बाद भी हमारे दो मंडल कुमाऊँ और गढ़वाल को जोड़ने, लालढांग चिल्लरखाल- कोटद्वार – रामनगर मार्ग सुचारू रूप से प्रदेश के लिए बन्द है तथा पुराने डामरीकरण के अवशेष अभी मार्ग पर कई जगह देखे जा सकते हैं।
कहा हाल ही में एक स्वतंत्र पत्रकार प्रवीन थापा ने अति आवश्यक माँग को लेकर कण्वनगरी कोटद्वार से दिल्ली तक पैदल यात्रा कर चुके हैं और डू समथिंग सोसाइटी के आह्वान पर विभिन्न सामाजिक संगठनों ने जनचेतना रैली के माध्यम से इस मांग को प्रदेश व राष्ट्रीय सरकार के संज्ञान में लाने का प्रयास कर रही है। डू समथिंग सोसाइटी के मंयक प्रकाश कोठारी ‘भारतीय’ ने जनरैली को सम्बोधन करते हुए कहा कि राजनैतिक पार्टी व राजनेताओं द्वारा प्रत्येक चुनाव के दौरान इस मार्ग को बनवाने का आश्वासन जन साधरण को दिया जाता रहा है, किन्तु आज तक भी जनता अपने आप को ठगा महसूस कर रही है। इसलिए हम सभी संगठन व उत्तराखण्ड के नागरिक मांग करते हैं कि लालढांग- चिल्लरखाल – कोटद्वार – रामनगर मार्ग का निर्माण जल्द से जल्द शुरू किया जाए, ताकि हमारे राज्य के सभी लोगों को दोनों मंडलों के बीच यात्रा उत्तर प्रदेश से होकर न करनी पड़े। इस मार्ग के निर्माण होने से समय की बचत होगी, इंधन की बचत व क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, क्योंकि यह मार्ग निर्माण विकास की वह सीड़ी है जो सभी जनों के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करने के साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। भारत को नाम देने वाले चक्रवर्ती सम्राट भरत व महर्षिकण्व की तपस्थली कण्वाश्रम का विकास भी इस मार्ग बनने के उपरांत अवश्य साकार हो पायेगा ऐसा हमारा विश्वास है। हम सब प्रदेशवासियों की इस मांग को शीघ्र अतिशीघ्र जानता के आवागमन के लिए निर्मित किया जाए। हम सबके सरकार के आभारी रहेंगे।
इस दौरान प्रदर्शन करने वालों में प्रकाश कोठारी,
डू समथिंग सोसाइटी कण्वनगरी कोटद्वार, पूर्व सैनिक संघर्ष समिति अध्यक्ष महेन्द्र पाल सिंह रावत, मदन सिंह नेगी, प्रमोद रावत, व्यापार मंडल कोटद्वार, वरिष्ठ नागरिक संगठन के अध्यक्ष पी.एल. खंतवाल, नागरिक मंच के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश नैथानी, सूरवीर सिंह खेतवाल, विजय माहेश्वरी, टैक्सी यूनियन, ट्रक यूनियन, कांग्रेस जिलाध्यक्ष विनोद डबराल, रंजना रावत, बलवीर सिंह रावत, आनन्द बल्लभ घिल्डियाल, महावीर नेगी, विजय मेहरा, गीता सिंह, सुबोधनी गौड़, डाॅ० अनुराग शर्मा, आर.पी. पंत, होटल ऐसोसिएशन, यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय रावत, महिला मंगल दल, उत्तराखंड क्षत्रिय उत्थान संस्था के पदाधिकारी, ग्रामीण विकास नागरिक मंच, उत्तराखंड लोकसाहित्य एवं सांस्कृतिक मंच, सिगड्डी ग्रोथ सेंटर ऐसोसिएशन, पार्षद एवं पूर्व पार्षद, सहित कई सामाजिक संगठन व क्षेत्रीय जनता मौजूद रही।