रिपोर्ट-कमल बिष्ट
कोटद्वार। पौड़ी जनपद के दुगड्डा के ग्राम गोदी बड़ी निवासी रीना देवी उम्र 37 वर्ष पत्नी मनोज चौधरी को गुलदार ने गुलदार ने अपना निवाला बना दिया था। जिससे स्थानीय ग्राम वासियों में दहशत का महौल बना हुआ था। वन विभाग द्वारा गुलदार पर नजर रखने हेतु लगातार गश्त जारी थी और विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगा दिया था। फिर भी गुलदार पिंजरे में कैद न हो सका। जिससे ग्रामीण जनता का आवागमन रुक सा गया और स्कूली बच्चों को स्कूल भेजने में अभिभावक कतरा रहे थे। गुलदार अपनी लोकेशन बदल रहा था, जिसे पिंजरे में कैद करना भी आसान न था। स्थानीय ग्रामीणों की मांग पर गुलदार को आदमखोर घोषित कर मारने के आदेश की मांग कर रहे थे।
डीएफओ लैंसडाउन दिनकर तिवारी ने बताया कि मुख्य वन्यजन्तु प्रतिपालक समीर सिन्हा ने आदमखोर गुलदार को पकड़ने व शिकारी तैनाती के आदेश जारी कर दिये। वहीं ग्रामीण जनता ने राहत की सांस ली है। ग्रामीणों सहित क्षेत्रीय प्रतिनिधियों ने बाघ को पकड़ने व आदमखोर घोषित करने की अनुमति देने के लिए वन मंत्री से आदेश जारी करने का अनुरोध किया था।
रेंज अधिकारी दुगड्डा धर्मानन्द ध्यानी ने जानकारी देते हुए बताया कि देर रात्री मानव भक्षी गुलदार पिंजरे में कैद हुआ जिसे सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि पिंजरे में कैद मादा गुलदार की उम्र 12 से 15 साल के लगभग है, जिसके निचले दांत टूटे हुए और ऊपर के दांत गायब हैं तथा बायीं आंख मोतियाबिंद से रेटिना बिल्कुल सफेद हो गयी है। इस दौरान आरओ डी एन ध्यानी एवं वन कर्मी मौजूद थे।