आज विधायक राजकुमार पोरी ने पौड़ी नगर स्थित राजकीय जिला पुस्तकालय का निरीक्षण किया। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को जिला पुस्तकालय में व्याप्त संसाधनों की कमी व अव्यवस्था को तत्काल दूर करने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान संज्ञान में आया कि राजकीय जिला पुस्तकालय में पुस्तकें तो बहुत अधिक संख्या में (लगभग 50 हजार) हैं, लेकिन पर्याप्त आलमारियाँ न होने के करण ये व्यवस्थित तरीके से नहीं रखी गई है। प्रतियोगी परीक्षाओं में उपयोग आने वाली अद्यतन पत्र-पत्रिकाओं, पुस्तकों, पाठ्यसामग्री की कमी है।
शिक्षार्थियों के लिए उपलब्ध फर्नीचर की पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। वहां पर न तो पीने के पानी की व्यवस्था है, और न वॉशरूम (महिला वॉशरूम है ही नहीं) आदि की व्यवस्था है। न पुस्तकों की उचित रखरखाव की व्यवस्था है। पुस्तकालय में आवश्यकतानुसार फर्नाचर, मैटिंग, सीलिंग फैन आदि नहीं है।
पुस्तकालय की व्यवस्था मात्र एक लिपिक के भरोसे है । वर्तमान में पुस्तकालयाध्यक्ष और एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का पद रिक्त है।
भवन भी जर्जर हो रहा है। कई स्थानों पर इस जर्जर भवन से बरसात में पानी टपक रहा है। भवन को रंग-रोगन और रखरखाव की दरकार है। दो मंजिले इस भवन की देखरेख जिलाधिकारी कार्यालय के अधीन बतायी गयी है। भवन कंडोलिया रोड़ पर स्थित है और सड़क की ओर इस भवन पर कुछ दुकानें भी हैं। इनके निकट ही एक देवदार का बर्षों पुराना खोखला पेड़ है जो पुस्तकालय वे लिये खतरा बना है।
निरीक्षण के दौरान विधायक श्री राजकुमार पोरी ने अव्यवस्थाओं को दूर करने के लिए संबंधित अधिकारियों को तत्काल दूरभाष पर आदेश दिए। विधायक जी ने आश्वस्त किया कि जल्दी ही पुस्तकालय में व्याप्त कमियों को दूर कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह जिलास्तरीय पुस्तकालय है लेकिन प्रचार प्रसार व संसाधनों की कमी के कारण छात्र-छात्राएं व पाठक वर्ग इसका समुचित उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित सभी अधिकारियों से वार्ता कर इस पुस्तकालय को आधुनिक स्वरुप दिया जायेगा।
इस मौके पर वरिष्ठ साहित्यकार श्री वीरेन्द्र पंवार, उत्तराखण्ड खबरसार के सम्पादक श्री बिमल नेगी व अन्य पाठकबृन्द भी उपस्थित थे।