प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीनगर स्थित एनआईटी मैदान में पहुंचे। उन्होंने गढ़वाली से संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा कि चुनाव के बावजूद वे देवभूमि आये। देवभूमि की माटी को माथे लगाने का मन था। बाबा केदार ने मुझे पुकारा और मैं चला आया। उन्होंने कहा कि वीरांगना तीलू रौतेली, पंथ्या दादा, माधो सिंह भंडारी जैसे वीरों की भूमि को प्रणाम करता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा का संकल्प पत्र उत्तराखंड का विकास करेगा। संकल्प पत्र, इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाएगा। इसमें
युवाओं, महिलाओं, किसानों सभी के लिए नए संकल्प हैं।
उत्तराखंड के लोग हमेशा सजग प्रहरी की तरह देश की रक्षा में लगे रहते हैं। उन्होंने कहा कि जब मनोरथ सच्चा हो तो बाबा केदारनाथ और बदरीनाथ सच्ची इच्छा को पूरा कर ही देते हैं।
उन्होंने कहा पौड़ी गढ़वाल के वीर सपूत जनरल बिपिन रावत की स्मृतियां भावुक कर रही हैं। उत्तराखंड के लोगों के पास न केवल पहाड़ जैसा साहस होता है, बल्कि हिमालय जैसी ऊंची सोच भी होती है। कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोग कभी भूल नहीं सकते, ये सेना पर ही सवाल उठाते रहे हैं।
उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी कभी जनरल बिपिन रावत को सड़क का गुंडा कहकर अपमानित किया था। आज चुनाव प्रचार में उन्हीं के कट आउट लगाकर वोट मांग रहे हैं।
हमारी सरकार ने ही वन रैंक, वन पेंशन की व्यवस्था लागू की
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस इतने सालों तक सत्ता में रही, लेकिन वन रैंक वन पेंशन के मामले को लेकर झूठ बोलती रही।
प्रधानमंत्री का कार्यक्रम श्रीकोट स्थित खेल स्टेडियम में प्रस्तावित था। मैदान तक पहुंचने की दिक्कत और एसएसबी के अस्थायी हेलीपैड से दूरी को देखते हुए कार्यक्रम स्थल बदल दिया गया। जनसभा एसएसबी हेलीपैड के समीप एनआईटी ग्राउंड में हुई। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल, तीरथ रावत, राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत पहुंचे।
किसान मोर्चा ने किया प्रधानमंत्री के जनपद आगमन के विरोध का एलान
तीन कृषि कानूनों की वापसी के समय किए गए वादे पूरे न करने का आरोप लगाते हुए संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनपद ऊधमसिंह नगर आगमन के विरोध का एलान किया है। कहा कि आज देश के सैकड़ों किसानों के ट्रैक्टर दिल्ली में खड़े हैं, जिन्हे रिलीज नहीं किया जा रहा है।












