रिपोर्ट: लक्ष्मण नेगी
चमोली। चमोली जिले केबैरांगना मत्स्य प्रजनन केंद्र को मॉडल टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा यहां पर पर्यटकों की सुविधा के लिए आकर्षक रेनबो ट्राउट फिश कैफे तैयार किया गया है। कैफे के पास बैरांगना नदी किनारे फिश एग्लिंग प्लेटफार्म भी बनाए गए है। बैरांगना फिश कैफे में पर्यटक फिश एग्लिंग का लुफ्त उठाने के साथ रेनबो ट्राउट फिश से बने लजीज व्यंजनों का भी आंनद ले सकेंगे। यहां पर विजिट करने वाले पर्यटकों को केन्द्र में मछली की ब्रीडिंग एवं हैचरी के बारे में भी जानकारी मिलेगी।फिश कैफे को चोपता एवं आसपास आने वाले पर्यटकों से जोड़कर प्रशासन द्वारा यहां पर पर्यटक गतिविधियां बढाने पर जोर दिया जा रहा है।जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने शुक्रवार को बैरांगना मत्स्य प्रजनन केंद्र में निर्मित ट्राउट फिश कैफे का निरीक्षण किया। उन्होंने मत्स्य अधिकारी को निर्देशित किया कि फिश कैफे को जल्द से जल्द लीज पर आवंटित करते हुए शीघ्र इसका संचालन शुरू किया जाए। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं और स्थानीय मत्स्य पालकों को भी कैफे को जल्द से जल्द लीज पर आवंटित करते हुए शीघ्र इसका संचालन शुरू किया जाए। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं और स्थानीय मत्स्य पालकों को भी कैफे से जोडा जाए। इससे पर्यटकों को लोकल उत्पाद और व्यंजन उपलब्ध होंगे और स्थानीय लोगों की आजीविका बढेगी।निरीक्षण के दौरान परियोजना निदेशक आनंद सिंह, प्रभारी सहायक मत्स्य निदेशक जगदंबा, ग्रामीण निर्माण विभाग के सहायक अभियंता एलपी भट्ट आदि मौजूद थे।