रिपोर्ट: लक्ष्मण नेगी
जोशीमठ/चमोली। जोशीमठ प्रखंड के दूरस्थ गांव डुमक आजादी के 77 वर्षों के बाद भी मोटर मार्ग की मांग कर रहा है। भारत सरकार के द्वारा ग्रामीण सड़क योजना एक महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक रही है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत प्रथम चरण में इस गांव को जोड़ने के लिए एक सड़क स्वीकृत हुई थी वर्ष 2007-8 में तब से लेकर आज तक सड़क गांव में नहीं पहुंची उल्टा लोग अब आंदोलन कर रहे हैं इस महत्वपूर्ण सड़क को 18 ग्राम पंचायत को जोड़ना था।
जिससे लोगों की आर्थिक की मजबूत होती और लोगों को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होते यह सड़क गोपेश्वर जिला मुख्यालय से घिघराण कुजौ कौज हौकर मठ,वेमरु स्यूंण डुमक कलगोठ उर्गम विष्णु प्रयाग तक बना था किंतु इतनी बड़ी योजना स्वीकृत नहीं मिल पाई लोगों ने टुकड़े-टुकड़े में सड़क को स्वीकृत करने का प्रयास किया वर्ष 2007-8 में यह सैजी लग्गा मैकोट वेमरु स्यूंण डुमक कलगोठ के नाम से 32 किलोमीटर की स्वीकृत मिल पाई जब बाद में इसकी विस्तृत डीपीआर का गठन हुआ उसे समय इसको 29 किलोमीटर वन हस्तांतरण के लिए भेजा गया और इसकी विधिवत स्वीकृति भी मिल पाई 2009-10 में वन हस्तांतरण की स्वीकृत मिलने के बाद प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का काम शुरू हुआ और कछुआ गति से चला रहा किंतु ठेकेदार एवं विभाग की मिलीभगत के कारण यह सड़क कुछ दूरी तक तो बनी किंतु स्यूंण गांव की बात लगभग डेढ़ किलोमीटर पर जंगल में पंगतोली नामक स्थान पर विभाग ने उसको वहां छोड़ दिया और ठेकेदार काम बंद करके चल गया जबकि सड़क को डुमक के रास्ते कलगोठ पहुंचना था 20 से 25 किलोमीटर के बीच में कोई भी सड़क का कार्य नहीं हुआ है और ज्ञात जानकारी के अनुसार इस सड़क की धनराशि प्रथम चरण की समाप्त हो चुकी है लोक निर्माण विभाग प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना पोखरी के अधिशासी अभियंताअधिकारी से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमने इस रोड का दुबरा से बन हस्तांतरण की कार्रवाई के लिए नोडल को भेजा गया है जब स्थानीय ग्रामीण डुमक के लोगों को यह पता चला की विभाग के द्वारा सड़क निर्माण की जगह सड़क को नहीं बनाया जा रहा है और दूसरी तरह की कार्यवाही शुरू कर दी गई है तो वहां के नागरिकों ने जिलाधिकारी चमोली को ज्ञापन देकर अपनी आपत्ति दर्ज की और 22 दिसंबर को मसाल जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया उसके बाद वहां के नागरिकों ने अपने ही गांव डुमक में कार्मिक धरना प्रदर्शन भी शुरू कर दिया है इसी के साथ एक जनवरी 2024 से संबंधित क्षेत्र के ग्राम सभाओं एवं आम नागरिकों को बीच एक पदयात्रा का कार्यक्रम शुरू कर किया जा रहा है पदयात्रा के लिए संयोजकों की नियुक्तियां कर दी गई है। आज अपने ही ग्राम पंचायत डुमक के ग्रामीणों ने कार्मिक धरना में बैठकर सरकार से सड़क निर्माण की मांग पूर्ववत समरेखण के अनुसार करने की मांग की गई है उन्होंने आज जिलाधिकारी को भेजे ज्ञापन में स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि तत्काल सड़क का काम शुरू किया जाना चाहिए और उसके बाद हम आंदोलन को तेज करने वाले हैं।












