ब्यूरो रिपोर्ट
पिथौरागढ। जिला मुख्यालय के निकट तड़ीगांव, मडखडायत, भूनीगांव, घुंसेरागांव में इन दोनों गुलदार का आतंक एक बार फिर बढ़ गया है। आज दोपहर भूनीगांव गांव में सोनू पुनेड़ा के आंगन में बधी एक बकरी को गुलदार ने अपना निवाला बनाने की कोशिश की। ग्रामीणों के शोर मचाने पर गुलदार बकरी को छोड़कर भाग गया। बकरी के गर्दन में घाव हैं। इससे पूर्व कफल्याड़ी में भगवान राम की बकरी को गुलदार अपना निवाला बना चुका है । इससे पूर्व स्थानीय निवासी गोविंद बल्लभ पुनेड़ा को गुलदार ने दो अलग-अलग घटनाओं में बुरी तरह हमला कर घायल कर दिया था। इससे पूर्व स्थानीय ग्रामीण रमेश जोशी को भी गुलदार घायल कर चुका है। बीते रोज घुनसेरागांव में भी गुलदार एक बकरी को अपना निशाना बना चुका है।
वन क्षेत्राधिकारी पूरन सिंह देऊपा ने कहा है कि जब तक गुलदार आदमखोर घोषित नहीं हो जाता तब तक उसे पकड़ना गैरकानूनी है। इस पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता चंद्र प्रकाश पुनेड़ा ने कहा है कि पूरे क्षेत्र में गुलदार के आतंक के कारण लोगों में दहशत व्याप्त है बच्चों और महिलाओं को इससे खतरा उत्पन्न हो गया है। गुलदार के जानलेवा हमला में दो बार गंभीर रूप से घायल गोविंद बल्लभ पुनेड़ा और रमेश जोशी को अभी तक मुआवज़ा नहीं दिया गया है। उन्होंने वन विभाग की लचर कार्यप्रणाली पर आक्रोश व्यक्त करते हुए गुलदार को शीघ्र पकड़ने की मांग की है।