जोशीमठ (लक्ष्मण सिंह नेगी) चमोली बद्रीनाथ के खजांची कुबेर जी का मंदिर पांडुकेश्वर में पूर्ण रूप से तैयार हो गया है और यहां तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया गया भगवान कुबेर को अपने नये मंदिर में विराजमान कर दिया गया है मकर संक्रांति के पावन पर्व पर पांडुकेश्वर गांव में भव्य मेले का आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ो की संख्या में महिला पुरुषों ने भाग लिया और पारंपरिक लोक नृत्य का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम में अवतारी पुरुषों के द्वारा गडू घड़ा लिया गया कुबेर घंटा कारण कैलाश नंदा देवी के पशवा अवतरित होते हैं और लोगों को आशीर्वाद देते हैं काफी दिनों से कुबेर मंदिर बनाया जा रहा था और भगवान को उनके गर्भ ग्रह में स्थापित कर दिया गया है। पांडुकेश्वर के जयदीप मेहता, एवं बद्री केदार मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर प़ंवार बताते हैं पांडुकेश्वर में कुबेर मंदिर बनने से यहां पर तीर्थाटन पर्यटन में वृद्धि होगी जहां लोग भगवान के दर्शन कर पाएंगे वही शीतकाल में यहां पर आएंगे और तीर्थन पर्यटन से लोगों को रोजगार मिलेगा उन्होंने कहा कि भगवान बद्री विशाल में छह महा पूजा कुबेर की होती है और 6 माह पूजा पांडुकेश्वर गांव में होती है।