हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पर्व पर गढ़वाल एवं कुमाऊं मंडल में प्रसिद्ध नंदाधाम नंदकेशरी में एक स्वस्फूर्त मेले का आयोजन हुआ।इस दौरान मंदिर परिसर में नंदा भगवती,काली,लाटू देवता, भैरव देवाता सहित अन्य देवता अवतारित हुए और अवतारित पसुवाहों ने नाचते हुए श्रद्धालु को फल वितरित किए। सदियों से नंदकेशरी में जहां पर कि नंदा भगवती,शिव ,काली लाटू देवता, भैरव देवता आदि के मंदिर स्थापित हैं।श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पर्व पर विशेष पूजा अर्चना की जाती है। परंपरा के अनुसार धरातल्ला गांव से पुजारी गाजेबाजों के साथ नंदा भगवती सहित अपने अन्य देवी-देवताओं के प्रतीकों को गंगा स्नान के तहत पिंडर नदी में लाते हैं।आज भी इस परंपरा का निर्वहन करते हुए श्रद्धालु पिंडर नदी में स्नान के लिए पहुंचे। स्नान के बाद धरातल्ला गांव के ग्रामीण, पुजारी नंदकेसरी मंदिर में पहुंचे। जहां पर झोडो के गायन के बाद दोपहर 2 बजें देवता अवतारित हुए जिन्होंने नाचते हुए श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। इस दौरान सुबह से ही नंदकेशरी मंदिरों में श्रद्धालु पूजा-अर्चना कर मनौतियां मांगते रहे। इस अवसर पर नंदा भगवती के पुजारी दयाल सिंह रावत, लखन सिंह रावत, अनकपाल सिंह रावत, प्रेम सिंह रावत, गोपाल सिंह रावत, शेर सिंह रावत, अशोक सिंह रावत,खिलाप सिंह रावत, मोहन सिंह रावत, दलबीर सिंह रावत, दिगपाल सिंह रावत, विक्रम सिंह रावत, मनोज सिंह रावत, चतुर सिंह रावत,त्रिलोक सिंह रावत, पूर्व प्रधान नरेश राम, जानकी देवी, कमला देवी, दीपा देवी, पूर्व प्रधान जानकी देवी,पूर्व प्रधान कोठी पुष्कर सिंह बिष्ट, कलम सिंह बिष्ट आदि ने मेले में सक्रिय भूमिका निभाई।