रिपोर्ट-सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग।
केदारनाथ: विश्व प्रसिद्ध उच्च हिमालय क्षेत्र में विराजमान भगवान श्री केदारनाथ में हर रोज हजारों श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है,ऐसे में तीर्थयों के साथ समय समय पर होने वाली आपातकालीन घटनाओं को मध्य नजर रखते हुए जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी के नेतृत्व में रेस्क्यू टीमो द्वारा संयुक्त मॉक ड्रिल अभ्यास किया गया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने जानकारी दी है कि आज लगभग 12:30 बजे आपातकालीन परिचालन केन्द्र को सूचना प्राप्त हुई कि घोड़ा पड़ाव के नजदीक एक व्यक्ति चलते-चलते गिर गया,जिसे आक्सीजन की समस्या हो रही थी। सूचना मिलते ही मौके के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेक्टर अधिकारी एवं वाईएमएफ जवानों को रवाना किया गया तथा उक्त व्यक्ति को जिसे आक्सीजन की परेशानी हो रही थी एनडीआरएफ,एसडीआरएफ के जवानों द्वारा सीपीआर की कार्यवाही एवं आक्सीजन सिलेण्डर के साथ सीपीआर माक्स लगाया गया तथा उक्त व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया गया तथा रोगी का उपचार किया गया जहां उक्त व्यक्ति सकुशल है।जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने यह भी अवगत कराया है कि केदारनाथ धाम उच्च हिमालय क्षेत्र में अवस्थित है जहां आक्सीजन की कमी के साथ साथ मौसम भी हर समय खराब होता रहता है,जिस कारण केदारनाथ धाम में दर्शन करने पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का अक्सर स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो जाती है।उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टिगत उन्हें तत्काल स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाने के लिए आपदा प्रबंधन एवं एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमों द्वारा माँक अभ्यास किया गया, जिससे कि कम से कम समय में बीमार व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया जा सके एवं उसके जीवन को बचाया जा सके।
इस अवसर पर एनडीआरएफ (inspector) प्रमोद कुमार,एसडीआरएफ टीम कमाण्डर भगत कण्डारी,सुश्री जेसिका टेरोन प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण विशेषज्ञ,सेक्टर अधिकारी घोड़ा पड़ाव अखिल शुक्ला,विनोद सिंह रावत अपनी-अपनी टीमों के साथ मौजूद रहे।