डोईवाला (प्रियांशु सक्सेना)। नई दिल्ली में आयोजित इंटरनेशनल एलुमनी मीट में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए उत्तराखंड के डोईवाला निवासी जतिन सिंह चौहान ने संबोधन दिया। जिसमें उन्होंने कहा की भारत की असली आत्मा गांव में बसती है। हमे इनोवेशन और उससे जुड़े हुए निर्माण कार्यों को शहरों तक सीमित न रखकर, उसे गांव तक पहुंचना चाहिए। सबसे पहले उन लोगों को समाज में ढूंढा जाए जो प्रगतिशील है इन्नोवेटिव लोगों का एक समूह तैयार किया जाए जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी को जमीनी स्तर पर लाने का काम करें।उन्होंने कहा की सबसे जरूरी है गांव के बच्चों और युवाओं को अवसरो के बारे में बताना, जिससे कि वह वंचित हैं। जब तक हम गांव और शहर दोनों को समान अवसर देने का काम नहीं करेंगे एक बेहतरीन कल का निर्माण नहीं हो सकता।जापान और भारत इनोवेशन के लिए एक शानदार काम कर रहे हैं। कहा की हमें प्रगतिशील विचारों को शिक्षा में डालने की जरूरत है देश के स्कूली बच्चे सैद्धांतिक है उन्हें प्रयोगात्मक बनाने की जिम्मेदारी हम सब की हैं। यदि हमे विकसित भारत देखना है तो गांव के युवाओं और बच्चों से लेकर इसकी शुरुआत करनी होगी। यह करने के साथ भारत विकास की ओर तेज दौड़ेगा और हमारी अर्थव्यवस्था को एक नए स्तंभ मिलेंगे। उन्होंने कहा जापान और भारत साथ में मिलकर एक शानदार विश्व का निर्माण कर सकते हैं दोनों देशों के पास ऐसी क्षमताएं जो इनोवेशन और विज्ञान को एक नया आयाम प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा की आप आने वाले भारत के निर्माण करता हो इसलिए अपने आज को बर्बाद न कर यह सोचें कि हमें अपने राष्ट्र का एक बेहतरीन निर्माण करना हैं। इस अवसर पर जापान विज्ञान व प्रौद्योगिकी एजेंसी के सचिव यूजी निशकवा, जापान उच्चआयोग के विभिन्न अधिकारी, जापान विज्ञान एवं प्रद्योगिकी मंत्रालय के वैज्ञानिक, भारतीय विज्ञान मंत्रालय के विभिन्न अधिकारी, स्कूल इनोवेशन क्लब कार्यकारी अधिकारी नितिन सिंह, कॉर्डिनेटर अर्चना, वज्ञानिको के आलावा अन्य लोग उपस्थित रहे।
स्कूल इनोवेशन क्लब प्रतिभाओं को ढूंढने का कार्य कर रहा
जतिन ने बताया की उनके द्वारा स्थापित स्कूल इनोवेशन क्लब देश की उन प्रतिभाओं को ढूंढने का कार्य कर रहा है जो छुपी हैं उनके इतिहास को लोगों के सामने लाने का कार्य कर रहा है।