डोईवाला (प्रियांशु सक्सेना)। शुगर मिल डोईवाला की ओर से वर्तमान पेराई सत्र में गन्ने की कम आपूर्ति को देखते हुए मिल बंदी की दूसरी सूचना का नोटिस चस्पा कर दिया है। 22 नवंबर 2023 को शुगर मिल का पेराई सत्र शुरू हुआ था लेकिन अब शुगर मिल को नियमित चलाने के लिए पर्याप्त गन्ना नहीं मिल पा रहा है जिस कारण संचालन में दिक्कतें आ रही है। जिस कारण मिल प्रबंधन ने पेराई सत्र 2023–24 को समाप्त करने के लिए बृहस्पतिवार को दूसरा नोटिस भी जारी कर दिया। मिल प्रबंधन द्वारा जारी इस नोटिस में किसानों को दो मार्च तक अनिवार्य रूप से अपना गन्ना मिल में आपूर्ति करने के लिए कहा गया है। जिसके बाद किसी भी दिन वर्तमान पेराई सत्र समाप्त हो सकता है। शुगर मिल गेट के अलावा 54 गन्ना क्रय केंद्रों से गन्ना आपूर्ति होती है। लेकिन गन्ने की आपूर्ति न होने के कारण मिल प्रबंधन की ओर से रुड़की समिति के 12, ज्वालापुर समिति के 04, लक्सर समिति का एक, देहरादून समिति के 09 तथा डोईवाला समिति के दो गन्ना क्रय केंद्र को बंद कर दिया गया है। जबकि, वर्तमान में रुड़की समिति के 08, ज्वालापुर समिति के 02, देहरादून समिति के 11, डोईवाला के 03 तथा हिमाचल प्रदेश की पांवटा के दो गन्ना क्रय केंद्र संचालित हो रहे है। कुल 54 गन्ना क्रय केंद्रों में अब तक मिल प्रशासन द्वारा 28 केंद्र बंद कर दिए गए हैं और जिन केंद्रों पर आपूर्ति नहीं हो रही है उन्हें जल्द बंद कर दिया जाएगा। मिल प्रशासन द्वारा बीते कई दिनों से संचालित गन्ना क्रय केन्द्रों एवं मिल गेट को फ्री करने के बावजूद भी मिल को प्रतिदिन पेराई योग्य पर्याप्त मात्रा में गन्ना उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। प्रबंधन ने कहा कि जिन किसानों के पास मिल के उपयोग के लिए गन्ना बचा हुआ है वह बिना किसी देरी के मिल को गन्ना की आपूर्ति कर दे ताकि उन्हें बाद में परेशानी न हो। शुगर मिल के अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह ने बताया की शुगर मिल को प्रयाप्त गन्ना नहीं मिल रहा है, ऐसे में मिल का संचालन नुकसानदायक होता है। इसलिए किसानों से बचे गन्ने को जल्द आपूर्ति करने का अनुरोध किया गया है। उन्होंने बताया की 02 मार्च के उपरांत किसी भी दिन पेराई सत्र की समाप्ति की जा सकती है।