जोशीमठ (लक्ष्मण सिंह नेगी)। चमोली सेवा इन्टरनेशनल उत्तराखंड द्वारा विगत आठ वर्षों से महिला सशक्तिकरण के लिए आयोजित फ्यूंली कोथिग का आयोजन इस वर्ष आनलाइन किया गया। कार्यक्रम की थीम हिमालय की पहचान जल जंगल जमीन सशक्त नारी समृद्ध किसान पर फ्यूंली कोथिग का आयोजन चमोली रूद्रप्रयाग के विभिन्न अंचलों में उर्गम तपोवन सिमली पोखरी हापला चन्द्रापुरी चन्द्रनगर मक्कूमठ एवं नारायणकोटी सहित नौ स्थानों पर किया गया जिसमें 500 से अधिक प्रतिभागियों ने आनलाइन प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ सेवा इन्टरनेशनल के केन्द्रीय कार्यालय सिमली उत्तराखंड में कार्यक्रम प्रबंधक तारक राम द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में बतौर अतिथि सेवा इन्टरनेशनल के अन्तर्राष्ट्रीय सचिव श्याम परांडे ने कहा कि सेवा इन्टरनेशनल का प्रयास है कि पहाड़ की सशक्त नारियों के कौशल विकास से समृद्ध उत्तराखंड के लिए उनका योगदान सुनिश्चित करना ही हमारा उद्देश्य है पद्मश्री कल्याण सिंह रावत मैत्री आन्दोलन ने कहा कि यदि हिमालय के जल जंगल और जमीन के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए महिलायें आगे नही आयी तो पूरे भारत पर्यावरणीय संकट से जूझने से कोई नहीं बचा सकता है। कुसुम कंडवाल अध्यक्ष महिला आयोग उत्तराखंड ने कहा कि आयोग महिलाओ के सशक्तिकरण एवं सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम में रंजना रावत सदस्य राज्य पलायन आयोग सुभोदीप मुखर्जी क्रिस्टल क्रोप प्रोटेक्शन लिमिटेड के सीएस आर हेड ने भी विचार व्यक्त किये । इस अवसर पर विभिन्न प्रतिभाओं का सम्मान किया गया जिसमें पर्यावरण संरक्षण के लिए दुर्गावती रावत एवं स्वास्थ्य के लिए गुंजना रावत संस्कृति के लिए यशोदा राणा चन्द्रावती कृषि नारायण कोटी नेतृत्व के क्षेत्र में सुनीता देवी साहस के लिए राधा देवी चन्द्रनगर में कृषि के लिए गणेशी देवी स्वास्थ्य में नीमा देवी चन्द्रापुरी प्रिया उद्यमिता में भावना देवी । पोखरी से पूजा देवी को नेतृत्व एवं सावित्री देवी को स्वास्थ्य तपोवन क्षेत्र में मीना कमदी कृषि तथा राजकुमारी देवी को बुनाई के लिए दिया गया। कार्यक्रम में मनोज बैजवाल रघुबीर नेगी लता संतोषी हेमलता संजय बुटोला शकुंतला शिवानी सोनी अजय रावत पुष्पा जीतेन्द्र नीलम चौहान विमला सरिता मीना नेगी दुर्गावती रावत रेनू गुंजना लीला सज्वाण रिया अंशिका गीता प्रिया विनोदनी तस्वीरा हंसी मीना सूरज सुभाषचंद्र प्रदीप नेहा कैलाश आदि उपस्थित थे कार्यक्रम का संचालन मनवर रावत द्वारा किया गया।