फोटो- नृसिंह मंदिर मठांगण में शंकराचार्य गददी, दर्शनों के लिए उमडा जन सैलाब।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। शंकराचार्य गददी का जोशीमठ पंहुचने पर भब्य स्वागत। स्थानीय लोगो ने पुष्प वर्षा के साथ श्री रावल व गददी का स्वागत किया। महिला मंगलदलो ने कीर्तन/भजन कर पूरे वातावरण को भक्तिमय बनाया। बीकेटीसी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, उपाध्यक्ष अशोक खत्री व सीईओ बीडी ंिसह शंकराचार्य गददी के स्वागत मे मुख्य रूप से मौजूद रहे।
भगवान श्री हरिनारायण के कपाट बंद हाने की प्रक्रिया के तीसरे दिवस श्री बदरीनाथ के मुख्य पुजारी श्री रावल श्ंाकराचार्य गददी के साथ नृसिंह मंदिर मठांगण पंहुचे। यहाॅ पंहुचने पर श्री रावल व शंकराचार्य गददी का देव पुजाई समिति के नेतृत्व मे स्थानीय समाज ने भब्य स्वागत किया। नृसिंह ग्र्रुप द्वारा इस मौके पर विशाल भंडारे के आयेाजन किया गया। यहाॅ भगवान नृंिसह के मठांगंण मे आयोजित स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने भगवान बदरीनाथ व केदारनाथ यात्रा को निर्बाध रूप से संचालित किए जाने के लिए बदरी-केदार मंदिर समिति के समस्त अधिकारी/कर्मचारियों के अलावा, स्थानीय प्रशासन, चमोली व रूद्रप्रयाग जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, हकहकूकधारी समाज, यात्रा मार्गो के ब्यापार मंडल के सदस्यो के साथ ही सेना, आईटीबीपी, बीआरओ, जेपी ऐशोसिएटस, एनटीपीसी सहित सभी विभागो का आभार जताते हुए आने वाले वर्षो मे भी इसी प्रकार का सहयोग बनाए रखने की अपेक्षा की है। श्री थपलियाल ने शीतकालीन यात्रा को भी बढावा दिए जाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए कदमो का जिक्र करते हुए कहा कि मुख्य मंत्री ने वर्ष के 365दिन उत्तराखंड के देवालयो व पर्यटन स्थलो मे आवजाही यात्राकाल की भाॅति बनाए रखने के लिए कार्ययोजना तैयार की है। जिस पर सभी मातहत विभाग क्रियान्यवन कर रहे हैं और जल्दी ही चारो धामो के शीतकालीन पूजा स्थलो के साथ ही पर्यटन स्थलो तक वर्षभर पर्यटन व तीर्थाटन होगा, जिसका लाभ यहाॅ के नागरिको को मिलेगा।
शंकराचार्य गददी के जोशीमठ मठांगण पंहुचने से पूर्व मुख्य पुजारी श्री रावल ने प्रथम प्रयाग विष्णु प्रयाग मे भगवान विष्णु की पूजा अर्चना कर वहाॅ घ्वज आरोहण किया। यहाॅ भी गंगा आरती समिति द्वारा शंकराचार्य गददी व श्री रावल का स्वागत किया गया। इसके उपंरात श्री रावल ने एनटीपीस, गढवाल स्काउट पंहुचकर जवानो व उनके परिवारो का अर्शीबचन दिए। नृसिंह मंदिर पंहुचने पर श्री रावल ने भगवान नृंिसह, आद्य जगदगुरू शंकराचार्य की अधिष्ठात्री देवी माॅ राजराजेश्वरी , नव दुर्गा, वासुदेव मंदिरो मे पूजा/अर्चना कर देश व प्रदेश की खुशहाली की कामना की।
नृंिसंह मंदिर मे हुए धार्मिक कार्यक्रमों के उपरांत श्री रावल आईटीबीपी की प्रथम वाहिनी सुनील पंहुचे, यहाॅ वाहिनी के मंदिर सभागार मे भब्य धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया था। प्रथम वाहिनी के सेनानी विक्रंात थपलियाल व अन्य अधिकारियों ने श्री रावल का बटालियन पंहुचने पर जोरदार स्वागत किया। यहाॅ श्री रावल ने आर्शीबचन भी दिए। इस दौरान वाहिनी के अधिकारी , अधीनस्थ अधिकारी, हिमवीर व उनके परिवारो के सदस्यो के सथ ही आस-पास के ग्रामों के ग्रामीण भी मौजूद रहे। इस दौरान धर्माधिकारी आचार्य भुवन चंद्र उनियाल, अपर धर्माधिकारी द्वय आचार्य सत्य प्रसाद चमोला व आचार्च राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी रविन्द्र भटट,आदि भी मौजूद रहे।
शंकराचार्य गददी व श्री रावल का स्वागत करने वालो मे बीकेटीसी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, सीईओ बीडी सिंह, उपाध्यक्ष्ज्ञ अशोक खत्री, उप मुख्य कार्याधिकारी सुनील तिवारी, मंदिर अभियंता विपिन तिवारी,, पूर्व सीईओ जेएस विष्ट, मंदिर अधिकारी एमपी सती, उप मंदिर अधिकारी राजेन्द्र चैहान,बरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी गिरीश चैहान, प्रशासनिक अधिकारी,डीएस भुज्वांण, नृंिसह मंदिर प्रभारी संदीप कपरूवाण ,दीपक नौटियाल, कुलदीप भटट, विजेन्द्र विष्ट, लेखाकार भूपेन्द्र रावत, कमेटी सहायक संजय भटट, पुजारी सुशील डिमरी, संजय चमोली अजय सती, सतीश नेगी, दफेदार कृपाल सनवाल, मीडिया प्रभारी हरीश गौड, के साथ देव पुजाई समिति जोशीमठ के सचिव उमेश सती व सभी पदाधिकारी, महिला मंगल दल, महिला कीर्तन मंडली व स्थानीय नागरिक बडी संख्या मे मौजूद थे।