फोटो-विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधारोपण करते हुए।
कमल बिष्ट।
कोटद्वार। राष्ट्रीय सेवा योजना के पदाधिकारियों व स्वयंसेवकों द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर रा.इ.का. कण्वघाटी में पौधारोपण कर पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली का संकल्प लिया गया। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर रा.इ.का. कण्वघाटी में आयोजित पौधारोपण अभियान की शुरुआत करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के गढ़वाल मंडल समन्वयक पुष्कर सिंह नेगी ने बताया कि हर साल लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का फैसला 1972 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में लिया गया। इसके पश्चात 5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था। इस वर्ष इसकी थीम पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली इकोसिस्टम रजिस्ट्रेशन निर्धारित की गई है।
राष्ट्रीय सेवा योजना के जनपद पौड़ी के जिला समन्वयक एवं जिला नोडल अधिकारी परितोष रावत ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड.19 ने इंसान को यह संदेश दे दिया है कि संपूर्ण मानवता का अस्तित्व प्रकृति पर निर्भर है तथा स्वस्थ और सुरक्षित पर्यावरण के बिना समाज की कल्पना अधूरी है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवी अपने घर पर ही पौधारोपण उसे सुरक्षित बड़ा करने की जिम्मेदारी की शपथ के साथ करेंगे।
इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी रमाकांत कुकरेती रा.इ.का. कण्वघाटी, राजन शर्मा सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज जानकी नगर, दिनेश राणा इंटर कॉलेज पोखरी अजमीर, हिमांशु द्विवेदी एसजीआरआर कोटद्वार, सत्यपाल सिंह नेगी मेेहरबान सिंह कंडारी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज कोटद्वार, डॉ. आशुतोष ढ़ौडियाल जनता इंटर कॉलेज देवराजखाल, युगजीत सेमवाल रा.इ.का. बल्ली, अरुण कुमार रा.इ.का.बिडोली ने अमरुद, बेल, आंवला के फलदार पौधों का रोपण किया। इस अवसर पर रा.इ.का. बिडोली के पूर्व कार्यक्रम अधिकारी अरुण कुमार का लोक सेवा आयोग के माध्यम से राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ चमोली में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में चयन होने पर गढ़वाल मंडल प्रकोष्ठ द्वारा उन्हें शॉल ओढ़ाकर पौधा भेंट कर सम्मानित किया।