गोपेश्वर। एक गांव डुमक जहां आज भी सड़क नहीं जो बनी भी है वह चलने लायक नहीं प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के सपने भी साकार नहीं हुए पीएमजीएसवाई पोखरी लोक निर्माण विभाग और ठेकेदार की मिलीभगत के कारण डुमक गांव के निवासियों के अलावा यहां पहुंचने वाले हर व्यक्ति सड़क से वंचित है कहानी किस्से कहें तो बहुत है 14 किलोमीटर सड़क मात्र 9 बनी, 5 किलोमीटर बनी नहीं पूरा बजट ही ठिकाने लगा दिया।
अब पैसे नहीं है कभी भूगर्भीय सर्वे की बात होती है कभी सर्वेक्षण संरेखण बदलने की बात होती है। कहानी किस्से सड़क के बहुत है पर गांव सड़क से विहीन है सत्ता की चाबी किसी के पास भी हो ठेकेदारों के द्वारा उस चाबी को घुमा दिया जाता है नेताओं को भी घुमाया जाता है यही किस्सा डुमक सड़क का है जिस डुमक के संघर्ष ने गोपेश्वर से लेकर घिघराण वेमरु ,स्यूण तक लोगों को सड़क पहुंचाने में मदद की वही गांव आज सड़क विहीन है।












