थराली से हरेंद्र बिष्ट।
तहसील प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम के द्वारा यहां दवाओं की दुकानों में छापेमारी की। इस दौरान यहां स्थापित एक अल्ट्रासाउंड क्लीनिक को 3 दिनों के अंदर आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध करवाने दों दवाओं के विक्रेताओं को जरुरी कागजात दिखाने तक मेडिकल स्टोरों को बंद करने के आदेश दिए हैं। प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की इस छापेमारी की कार्यवाही से पूरी पिंडर घाटी के मेडिकल स्टोर संचालकों में हड़कंप मच गया हैं।
शनिवार को अचानक थराली के उपजिलाधिकारी सुधीर कुमार के नेतृत्व में स्थानीय थाना पुलिस के साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थराली के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ नवनीत चौधरी के एक टीम ने नगर क्षेत्र थराली के केमिस्ट सहित अन्य प्राईवेट चिकित्सा संबंधी दुकानों पर छापेमारी की इस दौरान टीम के द्वारा प्रतिबंधित, नशीली दवाओं की जांच के साथ ही एक्सपायरी डेट की दवाओं, केमिस्ट से संबंधित आवश्यक दस्तावेजों की जांच की। के दौरान यहां मैन बाजार में स्थापित जोशी अल्ट्रासाउंड एवं क्लीनिक में दस्तावेजों की जांच की गई इस दौरान संचालन टीम को अल्ट्रासाउंड सेंटर का एफ फाॅर्म एवं इलैक्टोमियोपैथी का रजिस्ट्रेशन नही दिखा पाया।
जिस पर एसडीएम ने संचालक को 3 दिनों के अंदर दस्तावेज प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इस दौरान टीम को प्रिया मेडिकोज एवं जोशी ड्रग स्टोर के द्वारा मेडिकल स्टोरों के संचालन से संबंधित दस्तावेजों को मांगने पर वे जरूरी दस्तावेज नही दिखा पाए। जिस पर एसडीएम के द्वारा जरूरी दस्तावेजों को एक सप्ताह के अंदर के निर्देश देते हुए तब तक अपने स्टोरों को बंद रखने के निर्देश दिए जांच के दौरान पाया गया कि नगर क्षेत्र के अधिकांश फार्मेसीयों के पास डिग्री या डिप्लोमा नही हैं और वें होलसेल के रजिस्ट्रेशन पर रिटेल में दवाओं को बेच रहे हैं।जिस पर संयुक्त टीम ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि इसे बर्दाश्त नही किया जाएगा।
बिना डिग्री, डिप्लोमा धारक को रिटेन में दवाओं को बेचने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर एसडीएम सुधीर कुमार ने कहा कि जल्द ही पिंडर क्षेत्र के अन्य बाजारों में भी मेडिकल स्टोरों की जांच की जाएगी और गलत पाएं जाने पर संबंधितों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की इस कार्यवाही से पूरे पिंडर क्षेत्र के दवां विक्रेताओं में हड़कंप मच गया हैं।