फोटो– पाॅलीटेक्निक ढाक-जोशीमठ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। व्यावसायिक प्रशिक्षण लेकर विद्युत परियोजनाओं में रोजगार की आस लगाए युवाओं को झटका लगा है, परियोजना क्षेत्र के एक मात्र व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान को बंद करने का फरमान जारी कर दिया गया है। मामला मुख्यमंत्री व उच्च शिक्षा मंत्री तक पंहुचा है, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक उत्तर नहीं आया है।
सीमांत विकास ख्ंाड जोशीमठ के परियोजना प्रभावित क्षेत्र ढाक-तपोवन के लिए एनटीपीसी के माध्यम से ही एक पाॅलीटेक्निक की स्थापना वर्ष 2014 में मय ट्रेड की गई। स्वीकृति के बाद पाॅलीटेक्निक भवन का निर्माण भी पूरा हो चुका है। लेकिन अचानक तकनीकी शिक्षा निदेशालय द्वारा प्रदेश के कई पाॅलीटेक्निक भवनों को उच्च शिक्षा विभाग को हस्तान्तरित करने की तैयारी कर ली गई। जिसकी भनक लगते ही सीमांत क्षेत्र में उबाल आ गया। लोग इस मसले को लेकर आंदोलन की तैयारी कर ही रहे थे, कि ढाक के कुछ जागरूक नागरिकों ने आंदोलन से पूर्व मुख्यमंत्री से इस संबध में वार्ता करने का निर्णय लिया। और क्षेत्र के प्रतिष्ठित समाज सेवी भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष एव बीकेटीसी के निर्वतमान अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल को मुख्यमंत्री से वार्ता करने के लिए अधिकृत किया गया। श्री थपलियाल द्वारा मुख्यमंत्री से विस्तार से वार्ता करते हुए उन्हें जानकारी दी गई गई। सीमांत क्षेत्र ढाक-तपोवन की सैकडांे परिवारों की भूमि एनटीपीसी द्वारा निर्माणाधीन तपोवन-विष्णुगाड परियोजना के लिए अधिगृहित की गई है और एनटीपीसी ने ही प्रभावित क्षेत्र में व्यवसायिक केन्द्र खोले जाने के लिए उत्तरांखड सरकार से एमओयू किया और वर्ष 2014 मे ढाक -जोशीमठ के लिए पाॅलीटेक्निक स्वीकृत हुआ और अब पौलीटेक्निक भवन भी बनकर तैयार हो चुका है। मुख्यमंत्री को यह भी जानकारी दी गई कि स्वीकृति वर्ष में ही इस संस्थान के लिए इलेक्ट्रिकल इंजीनियर व सिविल इंजीनियर के दो ट्रेड संचालन की स्वीकृति भी मिल चुकी है। भवन के अभाव मे राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के भवन पर इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की कक्षाएं संचालित हो रही हैं, जिसमें स्वीकृत 26 पदांे के सापेक्ष परियोजना प्रभावित क्षेत्रों के 23 प्रशिक्षणार्थी अध्ययन कर रहे हैं। इस वार्ता के बाद मुख्यमंत्री ने पूरे प्रकरण की विस्तार से जानकारी मेल वाटसऐप से तत्काल भेजने को कहा।
क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों द्वारा सीएम को भेजे ज्ञापन में कहा गया है कि पाॅलीटेक्निक ढाक-जोशीमठ सीमांत क्षेत्र के परियोजना प्रभावित क्षेत्र में स्थापित है। जिसमें इस क्षेत्र के गरीब नौनिहाल व्यावसायिक शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। लेकिन विद्युत परियोजना क्षेत्र में स्थापित एक मात्र इस संस्थान को बंद कर उच्च शिक्षा को स्थानान्तरित किया जाना क्षेत्र हित में नहीं है। ज्ञापन में कहा गया है कि भारत-चीन सीमा के अंतिम विकास खंड में स्थापित इस व्यावसायिक केन्द्र को बंद किया जाता है तो यह सीमांत क्षेत्रों से पलायन रोकने की सरकार की मंशा के भी विपरीत होगा और परियोजना प्रभावित गरीब ग्रामीणों के नौनिहाल हमेशा हमेशा के लिए व्यावसायिक शिक्षा से दूर होकर बेरोजगारी के कतार में खडे रहंेगे। ज्ञापन में तकनीकी शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी हस्तान्तरण के आदेश को निरस्त किए जाने का आग्रह किया गया है।
ज्ञापन मे जिला पंचाययत ढाक वार्ड की सदस्य आशा देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य महाबीर सिंह विष्ट,ढाक की प्रधान देवेश्वरी देवी, कुंडीखोला की प्रधान पम्मी देवी, भाजपा के निर्वतमान जिलाध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, भाजपा मंडल अध्यक्ष ग्रामीण जगदीश सती , नगर जोशीमठ अध्यक्ष लक्ष्मणस सिंह फरकिया, पूर्व मंडल अध्यक्ष कै0मदन सिह फरस्वाणं, व जोशीमठ नगर की निर्वतमान पालिकाध्यक्ष रोहणी रावत के हस्तारक्षर है। ज्ञापन की प्रति उच्च शिक्षा मंत्री व जनपद चमोली के प्रभारी मंत्री डा0 धन सिह रावत को भी प्रेषित की गई है।