रिपोर्ट-सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
जनपद में डेंगू की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में जिला कार्यालय एनआईसी कक्ष में स्वास्थ्य विभाग सहित संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग एवं संबंधित अधिकारियों को डेंगू की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए आपसी समन्वय के साथ घरों एवं आफिसों में किसी भी दशा में पानी इकट्ठा न हो इसकी साफ.सफाई के लिए आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही डेंगू के लक्षणों के बारे में आम जनमानस को जागरुक करने के लिए व्यापक प्रचार.प्रसार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आफिसों में किसी भी दशा में बरसात का पानी जमा न हो इसकी बेहतर साफ.सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाए जिसमें छतों की टंकियों, कूलर, फ्रीज, गमलों की सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। नगरों व ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जागरुक किया जाए जिसके लिए सभी जनप्रतिनिधियों जिसमें सभी सदस्य जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत एवं प्रधानों को उनकी ओर से पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिए गए।नगर पालिका एवं नगर पंचायतों को निर्देश दिए गए कि वे अपने.अपने क्षेत्रों में व्यापक प्रचार.प्रसार करते हुए कहीं भी जलभराव की स्थिति न हो तथा छतों में टंकियों एवं फ्रीज, कूलर, फटे, पुराने टायर आदि की भी सफाई कराने के निर्देश दिए तथा नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में फॉगिंग की भी व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए।
उन्होंने शिक्षा विभाग को भी निर्देश दिए हैं कि सभी स्कूलों में टंकियों की साफ.सफाई सुनिश्चित कराई जाए तथा स्कूल के आसपास की झाडियों की सफाई भी सुनिश्चित की जाए तथा छात्र.छात्राओं को ऐसे कपड़े पहनने को कहा जिससे पूरा शरीर ढका रहे तथा बच्चों को भी डेंगू के संबंध में जागरुक किया जाए। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों में भी टंकियों की सफाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोनिवि के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि उनके पास जो भी पुराने वाहन हैं, उनके निस्तारण की कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी नेे मुख्य चिकित्सा अधिकारी को नियमित तौर पर सभी स्वास्थ्य केंद्रों में डेंगू की जांच एवं सैंपलिंग करने के निर्देश दिए साथ ही प्रतिदिन सैंपलिंग की रिपोर्ट जिला आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम को भी उपलब्ध कराना सुनिश्चित कराई जाए। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिए हैं कि डेंगू की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए इसके लिए पर्याप्त मात्रा में टेस्टिंग किट की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। किसी भी क्षेत्र में डेंगू की पुष्टि होने पर तत्काल उचित कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बीके शुक्ला ने डेंगू की रोकथाम एवं बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने डेंगू के लक्षण के बारे में बताया कि जिसमें मरीज को तेज बुखार, सिर दर्द, शरीर पर लाल चटके, जी मिचलाना, मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द, आंखों के पिछले भाग में दर्द होना इसके लक्षण हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एवं शिकायत हेतु हेल्पलाइन नंबर 104 पर संपर्क किया जा सकता है। डेंगू के लक्षण होने पर चिकित्सीय सलाह के बिना कोई भी दवा न लें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, परियोजना निदेशक रमेश चंद्र, महाप्रबंधक उद्योग एचसी हटवाल, अधिशासी अभियंता लोनिवि जेएस रावत, सिंचाई पीएस बिष्ट, मुख्य कृषि अधिकारी दीपक पुरोहित, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता अरोड़ा, बाल विकास अधिकारी शैली प्रजापति, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी राजेंद्र विराटिया, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सुशील कुमार कुरील तथा नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।