फोटो–औली की खूबसूरत ढलान पर स्कीइंग करते पर्यटक।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। तीन दिनो से लगातार बर्फबारी के बाद बृहस्पतिवार को मौसम एक दम सुहावना रहा। चटक धूप खिलते ही औली मे पर्यटको व स्कीइंग प्रेमियों का मजमा लग गया। पर्यटक औली की विश्व स्तरीय ढलानो पर स्कीइंग करते देखे गए।
सीमावर्ती क्षेत्र मे लगातार बर्फबारी के बाद जहाॅ सेब के काश्तकारो के चेहरे खिले हुए हैं वहीं बर्फ मे फिसलने के खेल स्कीइंग के दीवानो के तो मजे ही आ गए। विगत 21जनवरी रात्रि से लगातार हो रही बर्फबारी के बाद बृहस्पतिवार को सुबह से मौसम सुहावना हो गया और चटक धूप के साथ दिन की शुरूवात हुई। धूप खिलते ही औली पंहुचे पर्यटक होटलो के कमरो से बाहर निकले तो जोशीमठ व आस-पास के क्षेत्रों मे रूके हुए पर्यटको ने भी रोप-वे से औली का रूख किया।
चाॅदी सी मानिंद चमक रही औली की विश्वस्तरीय स्कीइंग ढलानो पर पर्यटको व स्कीइंग प्रेमियो ने पूरे दिन स्कीइंग के साथ ही बर्फ मे खेलकर पूरा अंांनद लिया। हाॅलाकि अभी जोशीमठ-औली सडक मार्ग आवाजाही के लिए नही खोला जा सका लेकिन प्रशासन ने लोनिवि की टीम को जेसीबी व चूना तथा नमक के साथ औली सडक पर भेज दिया है। लोनिवि के गैंग मजदूर कवांण बैण्ड से आगे औली तक के सडक मार्ग पर चूना व नमक का छिडकाव कर रहे है ताकि कोई वाहन रपटे नही।
तीन दिनो की बर्फबारी ने पूरे पैनख्ंाडा को मानो बर्फ की सफेद चादर से लपेट लिया हो। नीती-माणा घाटियो के साथ ही बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब, उर्गम घाटी, सलूड-डुंग्रा घाटी व चिनाप घाटी थैंग सहित पूरे क्षेत्र मे जोरदार बर्फबारी होने से काश्तकारो के भी चेहरे खिल उठे है। सेब के काश्तकार प्रेम सिंह विष्ट के अनुसार सही समय पर बर्फबारी होने से सेब की अच्छी पैदावार तो होगी ही यह बर्फ अन्य फसलो के लिए बेहतर साबित होगी।
बहरहाल बर्फबारी के बाद विश्व विख्यात हिमक्रीडा केन्द्र औली मे अब पर्याप्त बर्फ हो गई है। औली की स्कीइंग ढलाने बर्फ से लकदक हो चुकी है। अब अगले पूरे फरवरी माह व मार्च प्रथम सप्ताह तक औली की ढलानो पर पर्यटक व स्कीइंग प्रशिक्षु आसानी से स्कीइंग के गुर सीख सखेगे।