——– प्रकाश कपरुवाण।
जोशीमठ,27अप्रैल।
पैनखंडा जोशीमठ की रम्माण का प्रति वर्ष की भाँति इस वर्ष भी भब्य आयोजन हुआ। रम्माण मंचन की अनूठा परंपराओं का देखने के लिए हजारों लोग रम्माण की धरती सलूड़ डुंग्रा पहुंचे थे।
वैसाखी पर्व से शुरू हुई विभिन्न पूजाओं के अंतिम दिवस रम्माण मेले का आयोजन हुआ, नृत्य द्वारा रामलीला मंचन के साथ ही मोर-मोरिंन नृत्य,माल युद्ध,वनिया-वाणियांणं नृत्य आकर्षण के केन्द्र रहे।
इस मौके पर संगीत नाट्य अकादमी पुरुष्कार से सम्मानित डॉ डी आर पुरोहित, चमोली के परियोजना निदेशक आनंद सिंह भाकुनी, जिला मुख्य शिक्षा अधिकारी कुलदीप गैरोला को सम्मानित किया गया।
विश्व धरोहर रम्माण मेले मे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री एवं गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत व बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय को पहुंचना था, लेकिन सूबे के कैबनेट मंत्री चंदन राम दास के आकस्मिक निधन के कारण अन्य अथिति भी नहीं पहुंच सके।
पैनखंडा जोशीमठ की रम्माण की विश्व पटल पर पहुंचाने वाले रम्माण के संयोजक डॉ कुशल भण्डारी ने सभी आगन्तुकों का मेला कमेटी, ग्राम पंचायत सलूड़-डुंग्रा एवं ग्राम पंचायत डुंग्री-बरोसी की ओर से स्वागत सत्कार किया।
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कृष्णमनी थपलियाल,भाजपा प्रदेश मंत्री गुड्डू लाल, हेलंग के सरपंच प्रदीप भण्डारी,भाजपा मंडल महामंत्री प्रदीप फर्स्वाण,ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष विक्रम सिंह फर्स्वाण सहित अनेक लोग मौजूद रहे।












