नहीं रहे महान संत पंच केदार कल्पेश्वर में निवास करने वाले मंहेत संतोष गिरी उनका निधन छत्तीसगढ़ में हुआ। कल्पेश्वर (लक्ष्मण सिंह नेगी )चमोली पंच केदार के कल्पेश्वर में 40 वर्ष से भी अधिक समय भगवान शंकर को समर्पित बाबा संतोष गिरी महाराज का शरीर आज पंचतत्व में विलीन हो गया है वे पूज्य पाद महाराज श्री संतोष गिरी जी 1008 नागा हनुमान गिरी के शिष्य जिन्होने अपना संपूर्ण जीवन पंचम केदार श्री कल्पेश्वर (कल्पनाथ )महादेव के श्री चरणो मे निरन्तर अपनी सेवा अर्पित किया और अपने भक्तो के लिए निरंतर समर्पित रहे कभी भी महाराज श्री को क्रोध मे नही देखा किसी ने भी सदा महाराज प्रसन्न मुद्रा मे रहते थे। जैसा उनका नाम था वैसे ही गुण ऐसी दिव्य विभूति का दुबारा सानिध्य प्राप्त होना असंभव है।लम्बी बीमारी के कारण आज छत्तीसगढ मे पूज्य सदगुरुदेव महाराज ने अपना शरीर पूर्ण किया। उनके शिष्य डमरू गिरी ने बताया कि कल रात्रि के समय उनका शरीर छूट गया है क्षेत्र के लोगों ने महाराज के शरीर त्यागने पर भगवान कल्पेश्वर महादेव(कल्पनाथ) भैरव बाबा एंव श्री बद्रीविशाल जी से प्रर्थना की महाराज जी को अपने चरणो मे स्थान प्रदान करे। महान संत संतोष गिरी के शरीर त्यागने पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि प्रमुख हरीश परमार, प्रधान संघ के अध्यक्ष अनूप नेगी जनदेश के सचिव लक्ष्मण सिंह नेगी पंच केदार कल्पेश्वर के आचार्य विजय प्रसाद सेमवाल, महावीर पवांर हर्षवर्धन सिंह, नंदा सिंह, कल्पेश्वर के पुजारी दरवान सिंह नेगी, राजेंद्र सिंह चौहान, अवतार सिंह प़ंवार सहित कई लोगों ने महाराज के निधन पर शोक व्यक्त किया।