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01-श्री बदरीनाथ धाम मे ताजे हिमपात का दृष्य।
02–हिमक्रीडा केन्द्र औली मे हुआ हिमपात।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। श्री बदरीनाथ धाम व औली में दूसरे दिन भी हिमपात जारी। निचले इलाकों में कडाके ठंड पड़ रही है।
बीती सायं से ऊॅचाई वाले इलाको के साथ श्री बदरीनाथ धाम, औली व गौरसों बुग्याल, फूलो की घाटी तथा हेमकुंड साहिब के साथ ही नीती-माणा घाटियों मे हिमपात शुरू हुआ। लेकिन करीब एक से डेढ घंटे तक हुआ यह हिमपात ज्यादा नही जम सका। और मौसम अचानक साफ हो गया। लेकिन बृहस्पतिबार को सुबह से मौसम पैक हो गया था । दोपहर बाद ऊॅचाई वाले क्षेत्रों मे हिमपात व निचले इलाको मे वारीश शुरू हो गई थीं।
श्री बदरीनाथ धाम के साथ विश्व विख्यात हिमक्रीडा केन्द्र औली मे समाचार भेजे जाने तक जोरदार हिमपात हो रहा है। इसी के साथ नीती-माणा,व उर्गम घाटी तथा फूलों की घाटी,हेमकुंड साहिब-लोकपाल आदि सभी ऊॅचाई वाले क्षेत्रों मे निरंतर हिमवर्षा जारी है।
गौरतलब है कि इस बार इस क्षेत्र मे बर्फबारी काफी कम ही हुई है। पहली बर्फबारी 12व 13दिसबंर व दूसरी बर्फबारी 5जनवरी को हुई जो काफी कम थी। विगत 5जनवरी के बाद से ने केवल पर्यटन ब्यवसायी व स्कीइंग प्रेमी ब्लकि काश्तकार भी काफी परेशान हो चले थे। इन दिनो क्षेत्र मे सेब के पेडो को लगाने का क्रम रहता है, काश्तकार तो सेब के पेडो को लगाने के बाद खेतो मे तराई के लिए पानी पंहुचाने को विवश हो गए थे। लेकिन एक बार फिर प्रकृति मेहरबान हुईं और मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार अगले एक-दो दिन यदि इसी प्रकार का मौमस बना रहे तो ऊॅचाई वाले क्षेत्रों के साथ ही निचले इलाकों मे भी बर्फबारी हो सकती है।
बहरहाल तोजे हिमपात के बाद निचले इलाको मे भी कडाके की ठंड शुरू हो गई है। पर्यटन ब्यवसायियों की भी एक बार फिर उम्मीदें जग गई है।