थराली से हरेंद्र बिष्ट।
कोविड महामारी के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्थाओं के तहत स्वास्थ्य केंद्रों में कोरोना संक्रमितों, आम लोगों के लिए की गई व्यवस्थाओं का संयुक्त मजिस्ट्रेट डॉ दीपक सैनी ने थराली के उपजिलाधिकारी सुधीर कुमार के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थराली का निरीक्षण करते हुए स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थराली पहुंचे जॉइंट मजिस्ट्रेट डॉ दीपक सैनी ने यहां फार्मेसी से लेकर ओपीडी के साथ ही वार्डो का निरीक्षण करने के साथ ही चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के साथ कोरोना को लेकर चर्चा की। इस दौरान संयुक्त मजिस्ट्रेट ने कोरोना से निपटने के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए चिकित्सालय के मुख्य द्वार पर बैरिकेडिंग लगाने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे अनावश्यक रूप से लोग चिकित्सालय भवन में प्रवेश नही कर पाएंगे। जिससे चिकित्सा कर्मियों को होने वाली तमाम दिक्कतों से बचाया जा सकता हैं। इसके साथ ही कोरोना जांच के लिए पहुंचने वाले व्यक्तियों में पॉजिटिव आने वाले लोगों के मिलने की दशा में सामान्य मरीजो को स्प्रैड का खतरा नही रहेगा। उन्होंने चिकित्सा प्रभारी को स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य द्वार पर ही कोरोना जैसे लक्षणों वाले व्यक्तियों को अस्पताल के मुख्य द्वार की बजाय दूसरे छोर से टेस्टिंग लैब तक पहुंचाने के लिए मार्ग बनवाने की बात कही। मजिस्ट्रेट ने गांव.गांव में टेस्टिंग बढ़ाने के टीमों को भेजने के साथ ही ग्रामीणों में टेस्टिंग के प्रति जागरूकता लाने के प्रयासों पर बल दिया। मजिस्ट्रेट ने निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सीएचसी थराली में चिकित्सकों एवं चिकित्सकीय स्टाफ के द्वारा की गई व्यवस्थाए संतोषजनक हैं। कहा कि अस्पताल में दवाओं की कोई भी कमी नही हैं। वार्डो की भी स्थिति सामान्यतः ठीक है।
वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थराली के चिकित्साप्रभारी डॉ नवनीत चौधरी ने बताया कि जॉइंट मजिस्ट्रेट ने अपने निरीक्षण के दौरान जो भी खामियां बताई हैं, उन्हें दूर किया जाएगा साथ ही उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्टाफ की अनुपलब्धता से भी जॉइंट मजिस्ट्रेट को अवगत कराया है।












