जोशीमठ, चमोली, उरगम घाटी। क्षेत्र पंचायतों की बैठकें उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2019 के बाद ढाई वर्ष के बाद बड़ी मुश्किलों से प्रारंभ हुई हैं। आज जोशीमठ ब्लॉक सभागार में क्षेत्र पंचायत की बैठक प्रमुख हरिश परमार की अध्यक्षता में प्रारंभ की गई। बैठक में क्षेत्र पंचायत और प्रधान का करोम पूरा था, किंतु अधिकारियों के नहीं आने के कारण जोशीमठ प्रधान संघ के द्वारा कड़ी आपत्ति दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि पंचायतों की मजबूती के लिए क्षेत्र पंचायतों की बैठक होना आवश्यक है। समुदाय एवं ग्राम की बात को रखने का एकमात्र मंच क्षेत्र पंचायत की बैठक है।
प्रधान संघ के अध्यक्ष अनूप सिंह नेगी ने कहा कि जिला स्तर के अधिकारी इस बैठक का महत्व नहीं समझ रहे हैं और वह बैठकों से नदारद रहने का मौका ढूंढते रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि इसी प्रकार से भविष्य में भी अधिकारीगण बैठकों में नहीं आये तो क्षेत्र पंचायत की बैठक का पूर्ण बहिष्कार किया जाएगा। सीमांत क्षेत्र के प्रधान भल्ला गांव लक्ष्मण बुटोला ने कहां की ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी सड़क पेयजल स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल की स्थिति में है और समाधान के लिए उच्च अधिकारियों का न पहुंचना चिंता का विषय बना हुआ है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2021 को 7 फरवरी रैणी आपदा के कारण सीमांत क्षेत्र के कई गांव के पुल ?टूट गए थे, वे आज भी नहीं बन पाए हैं। लोगों को आने जाने में कठिनाइयां हो रही हैं। लोगों की सुध लेने वाला कोई नहीं है।
प्रधान बड़ागांव विमला भंडारी ने कहा कि हम लोगों ने आज बैठक का बहिष्कार इसलिए किया कि उच्च अधिकारी क्षेत्र पंचायत की बैठक में उपस्थित नहीं हो रहे है हमें आशा थी कि कई दिनों के बाद क्षेत्र पंचायत की बैठक हो रही है बैठक में विकास विभाग के विभागाध्यक्ष उपस्थित रहेंगे विकास अधिकारी नदारद पाए गए उच्च अधिकारियों को बैठक में ना आने के कारण बैठक स्थगित कर दी गई। डूंगरी वरोसी के प्रधान दिगंबर बिष्ट ने जब सदन में देखा कि उच्च अधिकारी उपस्थित नहीं है मुख्य चिकित्सा अधिकारी चमोली को छोड़कर जिले के महत्वपूर्ण महकमे के अधिकारी बैठक में उपस्थित नहीं थे।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना लोक निर्माण विभाग पर्यटन विभाग सहित दर्जनों विभागों के विभागाध्यक्ष बैठक में उपस्थित नहीं होने से प्रधान एवं क्षेत्र पंचायतों में भारी रोष देखा गया। उरगम की प्रधान में मिकंल देवी ने कहां कि श्री कल्पेश्वर धाम की सड़क कि बुरे हाल हैं, कई बार अधिकारियों को पत्राचार की कार्रवाई की गई, उसके बाद भी सड़क नहीं बन पाई है। अब एक मात्र साधन आंदोलन का है कि आंदोलन से ही सड़क बन सकती है। क्षेत्रपंचायत की बैठक में अच्छा थैंग प्रधान महावीर सिंह पँवार, देवग्राम के प्रधान देवेंद्र सिंह रावत, भरकी की प्रधान मंजू देवी कीमाणा मुकेश सेमवाल, कलगोठ प्रधान वीरा देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य नरेंद्र सिंह, दीपक रावत, मंजू देवी, लक्ष्मी देवी सहित दर्जनों लोग बैठक में उपस्थित थे।
लक्ष्मण सिंह नेगी की रिपोर्ट