
प्रकाश कपरुवांण
जोशीमठ। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ में मुख्यमंत्री नवाचार योजना के अंतर्गत स्थानीय जैव विविधता संसाधनों की सूची, सतत उपयोग एवं संरक्षण निगरानी विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में मैती आंदोलन के जनक पद्मश्री कल्याण सिंह रावत बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। अपने संबोधन में उन्होंने हिमालयी क्षेत्रों में बढ़ रही मानवीय गतिविधियों पर चिंता जताते हुए कहा कि पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए आम जनमानस की भूमिका को मजबूती के साथ बढ़ाए जाने की आवश्यकता है, इससे जल, जंगल, जीवन सभी संरक्षित रहेंगे। हमें अपनी नई पीढ़ियों के लिए इसे संरक्षित रखना होगा।
महाविद्यालय के संरक्षक एवं प्राचार्य प्रोफेसर डा वीएन खाली ने मुख्य अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि पद्मश्री से सम्मानित श्री कल्याण सिंह रावत जी की महाविद्यालय में उपस्थिति न केवल महाविद्यालय के लिए बल्कि संपूर्ण जोशीमठ के लिए भी गर्व का विषय है ।
पीटीए के अध्यक्ष श्री कलम सिंह राणा जी ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखें। कार्यक्रम के कोऑर्डिनेटर डॉ आनंद कुमार ने स्थानीय जैव विविधता संसाधनों की सूची सतत उपयोग एवं संरक्षण निगरानी विषय की रूपरेखा प्रस्तुत की।
महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ जी के सेमवाल द्वारा श्री कल्याण सिंह रावत जी का अभिनंदन पत्र का वाचन करते हुए अभिनंदन पत्र श्री कल्याण सिंह रावत को भेंट किया, डॉक्टर सुमन सिंह राणा ने सभी आगंतुक अथितियों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के देवेंद्र कुमार, नंदन सिंह रावत, राहुल तिवारी, किशोरी लाल, अरुण कुमार राजेंद्र सिंह, मंजू यादव डॉ मुकेश चंद्र, रचना, जयप्रकाश, रणजीत राणा सहित कई प्राध्यापक और कर्मचारी विद्यार्थी उपस्थित रहे।












