थराली से हरेंद्र बिष्ट।
पिंडर घाटी को सीधे यातायात सुविधा से जोड़े जाने के लिए बहुप्रतीक्षित थराली-घाट मोटर सड़क के निर्माण के लिए एक बार फिर से संयुक्त निरीक्षण किया गया हैं। इस सर्वे पर अब रूईसाण गांव के अधिकांश ग्रामीणों ने अपनी सहमति जताई हैं। पुनः सरर्वेक्षण से इस सड़क के निर्माण को लेकर एक बार फिर से क्षेत्रीय जनता की आशाओं को पर लगने लगें हैं।
दरअसल पिंडर घाटी को सीधे नंदानगर घाट से सीधे यातायात सुविधा से जोड़े जाने के लिए 80 के दशक से दोनों ही क्षेत्रों की जनता मांग करते आ रही ह थी। अस्सी के दशक में ही तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार ने इस के निर्माण की सैद्धांतिक स्वीकृति दी थी किन्तु वह परवान नही चढ़ पाई। किन्तु क्षेत्रीय जनता की लगातार मांग के बाद उत्तराखंड सरकार ने 2009 ने विधिवत रूप से थराली को घाट विकासखंड से जोड़ने के लिए थराली.घाट मोटर सड़क के नाम से एक सड़क की स्वीकृति प्रदान कर दी थी। किंतु पिछले कई वर्षों से रूईसाण गांव के ग्रामीणों के द्वारा समरेखण को लेकर आपसी खींचतान के कारण आज तक भी सड़क का निर्माण कार्य तों दूर रहा रूईसाण से घाट की ओर करीब 8 किमी मोटर सड़क का लोनिवि थराली फाइनल सर्वेक्षण तक नही कर पाया था।
बताया जा रहा है कि सड़क निर्माण की स्वीकृति के बाद लोनिवि के द्वारा कई बार संयुक्त निरीक्षण किया गया किंतु खींचतान के चलते आज तक भी विभाग इसे अंतिम रूप नही दे पाया है।
आज एक बार फिर से इस सड़क के निर्माण के लिए लोनिवि की ओर से अपर सहायक अभियंता आलोक कुमार, राजस्व विभाग की ओर से राजस्व निरीक्षक जगदीश प्रसाद गैरोला एवं वन की ओर से राकेश गुसाईं के नेतृत्व में थराली. घाट प्रस्तावित संयुक्त निरीक्षण किया। लोनिवि के अभियंता आलोक कुमार ने बताया कि संयुक्त निरीक्षण से पूर्व ग्रामीणों की सहमति पर ही संयुक्त निरीक्षण कर समरेखण को अंतिम रूप देने का प्रयास किया गया है।
इस मौके पर रूईसाण की ग्राम प्रधान पार्वती देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य दिगंबर प्रसाद देवराड़ी, उप प्रधान पप्पू सोलियाल, हरीश सोलियाल, पूरन सोलियाल, कैलाश रावत, नंदन रावत, पूरन मिश्रा, कृष्ण लाल, राजू सोलियाल, हरपाल रावत, त्रिलोक सोलियाल, नारायण रावत, दर्शन रावत, राजेन्द्र फर्स्वाण, दिगंबर सिंह, डुग्री के उप प्रधान प्रेमशंकर रावत आदि मौजूद थे।
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निर्माण खंड लोनिवि थराली के अधिशासी अभियंता अजय काला ने बताया कि थराली.घाट मोटर सड़क का अब फाइनल संयुक्त निरीक्षण कर लिया गया हैं। संयुक्त निरीक्षण दल का प्रयास रहा कि आम सहमति के अनुसार ही समरेखण तैयार कर सड़क निर्माण की कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाए। ईई के अनुसार अभी भी समरेखण को लेकर कुछ ग्रामीणों के द्वारा विभिन्न माध्यमों से हालांकि आपत्तियां आ रही हैं। किंतु संयुक्त टीम के द्वारा सरकार की मंशा के अनुरूप अधिकतम ग्रामीणों को सड़क का लाभ देने के तहत सर्वेक्षण किया गया हैं। जल्द ही भूगर्भीय सर्वेक्षण के साथ ही सड़क निर्माण की प्रक्रिया को गति दी जाएगी।