

फोटेा–
01-टनल के अन्दर भरा मलबा व पानी।
02-टनल के अन्दर से मलबा व पानी निकालते हुए।
03-आईटीबीपी के डीजी एसएस देशवाल टनल साइट पर राहत एंव बचाव कार्यो की जानकारी लेते हुए।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। रहस्यमयी 180मीटर प्वाइंट तक पंहुचना हुआ मुश्किल, टनल में जिस मात्रा में पानी भर रहा है, उस अनुपात से पानी बाहर नहीं निकल पा रहा है। अब पंपिग कैपेसिटी बढाने की योजना है। आईटीबीपी के डीजी ने भी आपदाग्रस्त इलाकों का दौरा किया।
एनटीपीसी द्वारा निर्माणाधीन तपोवन-विष्णुगाड परियोजना के टनल के अंन्दर 180 मीटर का प्वाइंट रहस्यमय होता जा रहा है। ऋषि गंगा से आए जलजले के 13दिन बीतने के बाद भी उस रहस्यमयी 180मीटर प्वाइंट तक नही पंहुचा जा सका हैं जहाॅ घटना के दिन 35लोग कार्य पर मौजूद बताए जा रहे है। सेना व एनडीआरएफ के साथ एनटीपीसी तथा उसकी सहायक कपंनियाॅ जो टनल मे तो कार्य कर रही है। लेकिन पंपिग कैपसिटी इतनी नही कि टनल के अंन्दर जमा हो रहा पानी तेजी से बाहर निकाला जा सके। टनल के अन्दर कार्य रहे राहत एंव बचाव कर्मियों के अनुसार टनल के अंन्दर करीब 165मीटर तक पंहुच चुके है और उस स्थान से सात से आठ डंपर मलबा भी बाहर निकाला जा चुका था लेकिन पानी के साथ अब मलबा इतनी तेजी से आगे बढ रहा है जो 160मीटर पर जमा हो गया है। इसके लिए पंपो की संख्या बढाने की आवश्कता है।
एनटीपीसी तपोवन-विष्णुगाड परियोजना के महाप्रबंधक आरपी अहिरवार के अनुसार टनल के अंन्दर दोनो पंप काम कर रहे है, लेकिन वाटर लेबल ज्यादा होने के कारण अब एनटीपीसी पंपिग कैपेसिटी बढाने की कोशिस कर रहा है,। उनका कहना था कि 166मीटर तक पंहुच गए है, लेकिन पानी इतना ज्यादा बढ रहा है कि कार्य करने मे दिक्कते हो रही है। महाप्रबंधक श्री अहिरवार के अनुसार पहले दस मीटर प्रतिदिन मलबा व पानी हटाया जा रहा था लेकिन अब पानी बढने के कारण पाॅच से छ मीटर तक ही मलबा हटा पा रहे है।
जीएम एनटीपीसी के अनुसार टनल के अन्दर इतना पानी कैसे जमा हो रहा है और कहाॅ से आ रहा है इसकी भी जाॅच हो रही है। यह भी देखा जा रहा है कि कहीं रीवर की ओर से तो पानी रिसाव नही हो रहा है। इन्ही सब बातो को ध्यान मे रखते हुए कार्यवाही की जा रही है। उन्होने उम्मीद जताते हुए कहा कि अगले एक से दो दिनो मे 180मीटर प्वाइंट तक पंहचुने मे सफल हो सकेगे।
इधर टनल साइट व रैणी साइट मे 13दिन कोई शव नही मिल सका था। जबकि बीती सांय को हेलंग मे एक शव बरामद हुआ था। अब तक कुल 62शव व 28मानव अंग बरामद हो चुके है जबकि 142लोग अभी भी लापता है।
दूसरी ओर आईटीबीपी के महानिदेशक एसएस देशवाल ने भी शुक्रवार को आपदा ग्रस्त तपोवन व रैणी पंहुचकर राहत एंव बचाव कार्यो का जायजा लिया। उन्होन तपोवन टनल मे किए जा रहे राहत कार्यो की जानकारी एनडीआरएफ के डिप्टी कमाडेंण्ट आदित्य प्रताप सिंह व आईटीबीपी प्रथम वाहिनी के कमाडेण्ट बेणुधर नायक से विस्तार से ली।