फोटो- टनल से मलबा निकालता डोजर ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। ऋषि गंगा में आई बाढ के बाद हुई तबाही के दसवें दिन भी राहत एवं बचाव कार्य जारी रहे। दसवें दिन तपोवन टनल से दो और शव मिले हैं, अब तक कुल 58 शव मिल चुके हैं। तपोवन में एनटीपीसी के टनल से मलबा हटाने का कार्य लगातार जारी है। लेकिन राहत कर्मी अभी 160 मीटर से आगे नहीं जा पा रहे हैं। टनल में मलबे के साथ ही पानी भी बहता हुआ आगे की ओर आ रहा है।
तपोवन टनल व रैणी मे दसवंे दिन भी ढूॅड-खोज का काम जारी रहा। तपोवन टनल के जिस रहस्यमयी 180 मीटर की बात पहले ही दिन से की जा रही है, वहाॅ दस दिन बीतने के बाद नहीं पंहुचा जा सका है। यह 180 मीटर प्वाइट वही है जहाॅ पर घटना के दिन 35 लोग कार्य कर रहे थे। लेकिन वहाॅ पंहुचना बेहद मुश्किल हो गया है। अब तक बचाव दल 160मीटर पर ही पंहुच सका है। यहाॅ पर टनल के अंन्दर मलबा व पानी का भराव बढता ही जा रहा है। बचाव कर्मी जितना पानी व मलबा बाहर ला रहे दुबारा उस स्थान तक पंहुचने पर उतना ही मलबा व पानी उसी स्थान पर इक्कठा हो जा रहा है। अब पानी निकालने के लिए पंप की बेहद आश्वयकता होगी। जो अभी टनल के अन्दर नहीं पंहुच सका। दोपहर में कार्य करते हुए एक बार तो टनल 5फीट तक पानी भर गया था, लोडर के वैकेट से पानी को बाहर निकाला तो जा रहा है लेकिन कार्य की रफ्तार ढीली पड गई थी।
हाॅलिक डीएम स्वाति भदौरिया ने स्पष्ट किया है कि पंप मौके पर मौजूद है, आवश्यकता पडने पर पंप से पानी बाहर निकाला जाऐगा। उन्होने बताया कि नौ सेना की टीम भी मौके पर मौजूद है। जिलाधिकारी के अनुसार रैणी व तपोवन मंे सर्च आपरेशन लगातार जारी है। इसके अलावा रैणी व तपोवन के निचले संभावित इलाकांे मंे भी सर्च आपरेशन शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि जिन गाॅवों मे पैदल झूला पुल टूट गए थे, वहाॅ ट्राली के माध्यम से आवागमन हो रहा है। इसके अलावा रैणी में क्षतिग्रस्त मोटर पुल के निमार्ण का कार्य जोरो पर है। दोनांे ओर के एबेडमेंट का कार्य जारी है। आपदा मंे विद्युत विहीन हो चुके गाॅवों में विद्युत लाइन दुरस्त कर दी गई है। अब सबसे दूरी के गाॅव पैंग की विद्युत आपूर्ति भी सुचारू कर दी गई है।