डॉ. हरीश चन्द्र अन्डोला
भारतीय सेना की प्रादेशिक सेना की पिथौरागढ़ में भर्ती चल रही है. बुधवार को सेना भर्ती के दौरान 20 हजार से ज्यादा युवा गेट तोड़कर भर्ती स्थल में घुस गए. एक साथ इतने अभ्यर्थियों को आते देख जिला और पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जब लाठियां फटकारी तो उससे भगदड़ मच गई. जिससे कई युवक घायल हो गए.भगदड़ के दौरान कई अभ्यर्थी हुए घायल: भगदड़ की सूचना के बाद मौके पर पहुंची एंबुलेंस से गंभीर रूप से घायल दो युवकों को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. जहां उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है. जबकि, कई लोग इस घटना में मामूली रूप से घायल हो गए. भगदड़ की वजह से आर्मी गेट भी ध्वस्त हो गया, जिसे फायर ब्रिगेड के वाहन से सहारा देकर रोका गया. वहीं, भगदड़ मचने के दौरान पूरे स्थल पर युवाओं के जूते, फटे बैग बिखरे पड़े नजर आए. पिथौरागढ़ में 20 नवंबर से 27 नवंबर तक प्रादेशिक सेना की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है. पहले दिन भारी संख्या में अभ्यर्थी पहुंचने के बाद स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई. भीड़ इस कदर उमड़ रही है कि पिथौरागढ़ जाने के लिए अभ्यर्थियों को धक्के खाने पड़ रहे हैं. अभ्यर्थियों को पिथौरागढ़ से मैदानी क्षेत्र में लाने और ले जाने के लिए अतिरिक्त रोडवेज बस चलानी पड़ रही है. वहीं, भगदड़ में अभ्यर्थियों की मौत के झूठी अफवाह भी फैलाई जा रही है, जिसे लेकर पुलिस ने खंडन जारी किया है. पिथौरागढ़ में आर्मी की भर्ती होनी है. आर्मी भर्ती के लिए उत्तर-प्रदेश के अलावा कई राज्यों से भारी संख्या में अभ्यर्थी ट्रेनों के माध्यम से हल्द्वानी और काठगोदाम पहुंच रहे हैं. लेकिन उनको आगे जाने के लिए बसें नहीं मिल पा रही हैं. जिसके चलते हल्द्वानी रोडवेज स्टेशन पर युवाओं की भीड़ उमड़ी पड़ी है. युवाओं की भीड़ को देखरोडवेज प्रशासन और जिला प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए. बसे नहीं मिलने पर युवाओं ने रोडवेज बस स्टेशन पर हंगामा भी काटा. इसके बाद जिला प्रशासन ने युवाओं को पिथौरागढ़ भेजने के लिए अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की है.सोमवार को हल्द्वानी बस स्टेशन पर आर्मी भर्ती के लिए आए अभ्यर्थियों पिथौरागढ़ के लिए बसें न मिलने पर जमकर हंगामा काटा. अभ्यर्थियों का हंगामा देख प्रशासन को फोर्स बुलानी पड़ी. अभ्यर्थियों ने बस संचालकों पर दोगुना और तीन गुना किराया वसूलने का आरोप भी लगाया. इसके बाद मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट और आरटीओ प्रवर्तन ने मोर्चा संभाला. दोपहर तक रोडवेज और कुमाऊं मोटर्स ओनर्स एसोसिएशन की 34 बसों से युवाओं को पिथौरागढ़ के लिए रवाना किया गया. उसके बावजूद भी सैकड़ों की संख्या में युवाओं का आने का सिलसिला जारी है. पिथौरागढ़ में चल रही आर्मी भर्ती में विभिन्न प्रदेशों से टनकपुर पहुंचे हजारों युवाओं की भीड़ से स्थानीय प्रशासन के हाथ पैर फूल गए. युवाओं की टनकपुर नगर में भारी भीड़ व पिथौरागढ़ के लिए वाहनों की कमी के चलते अफरा तफरी का माहौल रहा. प्रशासन ने दिन भर लगभग 93 बसों के माध्यम से 5000 से अधिक युवाओं को पिथौरागढ़ भर्ती के लिए टनकपुर से भेजा.लेकिन प्रशासन की युवाओं को राहत देने की कवायत नाकाफी दिखाई दी. सोमवार देर शाम तक टनकपुर में रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन सहित विभिन्न स्थानों पर 4000 से अधिक युवा टनकपुर में फंसे देखे गए. वहीं टनकपुर एसडीएम के द्वारा 40 अतिरिक्त बसों का इंतजाम कर रात को युवाओं को पिथौरागढ़ भेजने की तैयारी की गई हैं.टेरिटोरियल आर्मी की भर्ती के लिए कई राज्यों से बेरोजगार युवा भारी संख्या में उत्तराखंड के सीमांत जनपद पिथौरागढ़ पहुंच रहे हैं. भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. स्थानीय जनप्रतिनिधि व समाजसेवक बाहरी राज्यों से आए युवाओं के लिए भोजन इत्यादि की व्यवस्था कर उनकी मदद कर रहे हैं, जिसके लिए मुख्यालय से जाजरदेवल तक जगह-जगह स्टाल लगाए गए हैं.जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पिथौरागढ़ में हो रही सेना भर्ती के लिए स्थलीय निरीक्षण कर अभ्यर्थियों के लिए मूलभूत सुविधाओं समेत अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया जा रहा है. जिलाधिकारी के अनुसार, युवाओं को भर्ती केंद्र तक लाने और ले जाने के लिए वाहनों की व्यवस्था की गई है. उनके अनुसार भर्ती सामान्य और सुचारू रूप से चल रही है. वहीं बीते 20 नवंबर को भर्ती स्थल पर हुई अचानक भगदड़ को लेकर डीएम ने बताया कि टेरिटोरियल आर्मी द्वारा लिए गए निर्णय और अचानक दानापुर (बिहार) की भर्ती निरस्त करने की सूचना प्रशासन को समय से दी जाती तो अभ्यर्थियों को इस प्रकार की असुविधा नहीं होती. साथ ही दानापुर भर्ती के लिए तिथियों का पुर्ननिर्धारण निरस्त करते समय ही कर लिया जाता तो अभ्यर्थी पिथौरागढ़ के लिए प्रस्थान ही नहीं करते. पिथौरागढ़ में लगभग 25 हजार अभ्यर्थी पहुंच चुके हैं, जिनमें से 18 हजार अभ्यर्थी भर्ती प्रक्रिया पूरी कर 21 नवंबर की दोपहर तक वापस हो चुके हैं. जिले में स्थिति पूर्ण नियंत्रण में है. पुलिस अधीक्षक का कहना है कि भारी भीड़ के दबाव को देखते हुए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है. अभी तक सब कुछ सामान्य और सुरक्षित चल रहा है. अभ्यर्थियों की भीड़ जुटने पर नगर के 10 स्थानों पर लंगर लगे। विभिन्न संगठनों, संस्थाओं ने लगभग एक दर्जन स्थान पर निश्शुल्क खानपान की व्यवस्था की गई। जिसकी अभ्यर्थियों ने जमकर प्रशंसा की और पिथौरागढ़ के लोगों का आभार जताया। गुरुवार को नगर के सिल्थाम से लेकर एपीएस रोड से भर्ती स्थल तक जगह-जगह लंगर लगाए गए थे। जाग उठा पहाड़ की ओर से संयोजक गोपू महर के नेतृत्व में एपीएस रोड में लंगर लगाया गया। पूर्व सैनिक संगठन की ओर से युवाओं के लिए रात्रि में विश्राम के साथ ही सुबह चाय और दोपहर में खाने की व्यवस्था की जा रही है।दूसरे दिन भी संगठन की ओर से छह हजार से अधिक युवाओं को निश्शुल्क भोजन कराया गया। पूर्व सैनिक संगठन की इन व्यवस्थाओं से गदगद युवाओं ने देवभूमि के अतिथि भाव को हमेशा याद रखने की बात कही। विगत रात्रि भी संगठन के पूर्व सैनिकों ने सैकड़ों युवाओं को अपने घर में शरण दी और उनके लिए भोजन की भी व्यवस्था की। दीपा भट्ट ने आठ युवाओं को अपने घर पर शरण देने के साथ ही भोजन कराया। भोजन व्यवस्था में पूर्व सैनिक रविंद्र चंद, श्याम विश्वकर्मा, आनंद राणा, किशन सिंह सहित 30 पूर्व सैनिकों सहयोग प्रदान कर रहे हैं।सज्जन लाल सोसायटी की ओर से भी भर्ती स्थल के आसपास भोजन का स्टाल लगाया गया है। महामाया मंदिर समिति ने भी नैनी-सैनी एयरपोर्ट रोड में स्टाल लगाकर युवाओं को भोजन कराया गया। घनश्याम ओली चाइल्ड वेलफेयर सोसायटी की ओर से दूसरे दिन भी युवाओं के लिए ठहरने व भोजन की व्यवस्था की गई। एशियन एकेडमी की ओर से विद्यालय की ऐंचोली, रई, टकाना, कुमौड़ सभी शाखाओं में युवाओं के ठहरने के साथ ही भोजन की व्यवस्था की जा रही है।लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं।लेखक वर्तमान में दून विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं।