थराली से हरेंद्र बिष्ट।
प्रधानों ने भी अब अपने मानदेय को बढ़ाते हुए प्रति माह 10 हजार रूपए किए जाने की मांग की हैं। इस संबंध में अन्य मांगों के साथ ही प्रधान संघ देवाल ने मुख्यमंत्री को एक संयुक्त हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन भेज कर तत्काल मांगों को पूरा किए जाने की मांग की हैं।देवाल के खंड विकास अधिकारी के माध्यम से देवाल के प्रधान संघ अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह बिष्ट, प्रधान अरविंद भंडारी, कुंदन सिंह,भवानी दत्त जोशी,प्रधुमन सिंह, सुरेंद्र सिंह,नंदाबल्लभ मिश्रा,खिलाप सिंह, कला देवी,अंसी देवी आदि ने मुख्यमंत्री को भेजे गए एक ज्ञापन में कहा हैं कि पिछले एक साल से उत्तराखंड प्रधान संघ अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलित हैं।
बावजूद इसके उनकी मांगे पूरी नही की जा रही हैं। जिससे पूरे प्रदेश में प्रधानों का मनोबल लगातार गिरता जा रहा है।प्रधान संघ ने कहा हैं कि महंगाई के इस दौर में प्रधानों को मात्र 15 सौ रुपए महीने मानदेय दिया जा रहा हैं। जोकि किसी भी दृष्टिकोण से अपर्याप्त हैं।
प्रधानों को प्रति माह कम से कम 10 हजार रूपए मानदेय एवं 5 हजार रूपए पेंशन दिए जाने,73 वें संविधान संशोधन के अंतर्गत पंचायतों को चिन्हित 29 विभाग दिए जाने, पंचायतों से सीएचसी सेंटरों को प्रति माह 25 सौ रुपए दिए जाने का आदेश वापस लिए जाने, 15 वें वित्त में पंचायतों की धनराशि की कटौतियों को बंद किए जाने, मनरेगा के पंजीकृत मजदूरों को 100 के बजाय 200 दिनों का रोजगार दिए जाने,ग्राम विकास विभाग का नाम ग्राम पंचायत विभाग किए जाने, प्रदेश में लगातार बढ़ रही दैवी आपदाओं को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम पंचायतों को प्रति वर्ष कम से कम आपदा प्रबंधन मद में 5-5 लाख रुपए दिए जाने, ग्राम पंचायतों के अंतर्गत विभागों के द्वारा किए जाने वाले कार्यों के प्रस्ताव ग्राम पंचायतों से लेने के साथ ही कार्य की अनुमति पंचायतों से लेने सहित तमाम कई अन्य मांगे की गई हैं।