फोटो- सेब की चटनी तैयार करती औली मातृ शक्ति समूह की महिलाएं।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। महिला समूह अपने संसाधनों से स्थानीय उत्पाद को बढावा देकर स्वरोजगार की दिशा मे एक मिशाल कायम कर रहे हैं।
जोशीमठ नगर मे गठित ’’औली मातृ शक्ति समूह’’ सुनील की महिलाएं विगत सात वर्षो से निंरतर कडी मेहनत कर जैम,चटनी, बॅुरासं का जूस, गुलाब का जूस, अचार, आदि तैयार कर बेहतरीन तरीके से पैकिंग कर विक्रय कर रही है। सुनील वार्ड की दस महिलाओं के इस समूह द्वारा तैयार किए गए उत्पादो को क्रय करने के लिए लोग उत्पादन स्थल सुनील पंहुच रहे है। इसके अलावा इन महिलाओ द्वारा अब ग्रीन टी के साथ ही चूली का तेल तैयार करने की योजना पर काम किया जा रहा है।
विगत सात वर्षो से लगातार मेहनत के बाद आज उनके द्वारा तैयार किए गए उत्पादों की खपत भी दिन प्रतिदिन बढती जा रही है। दस महिलाओ के इस समूह साबित ने साबित कर दिया है कि अपने हुनर को तरासने के लिए किसी की ओर ताकने की आवश्यकता नही है। इस समूह मे दस महिलाएं जुडी है और सभी महिलाएं ग्रहणी हैं। अपने घर का काम-काज निपटाने के बाद ये महिलाएं उत्पादन केन्द्र मे एकत्रित होती है और जैम, चटनी अचार आदि बनाने के काम मे जुट जाती हैं। विगत सात वर्षो से उत्पादन अब इन महिलाओं की दिनचर्या का हिस्सा बन गया है।
हाॅलाकि इस महिला समूह द्वारा अन्य उत्पादनो की रूप-रेखा भी तैयार कर ली गई हैं जिनमे ग्रीन टी, चूली का तेल आदि प्रमुख है लेकिन इनके उत्पादन के लिए उपकरणो की आवश्कता होगी और इसके लिए इस समूह द्वारा क्षेत्रीय विधायक व नगर पालिका से भी संपर्क किया गया। दोनो स्तरो से इस समूह को कोई आर्थिक मदद का भरोसा नही मिल सका। वावजूद इसके महिलाओ ने हिम्मत नही हारी और अपने कार्य मे निरंतर जुटे हैं।
जोशीमठ-औली मोटर मार्ग के सुनील पार्क के समीप बने उत्पादन केन्द्र मे महिलाएं विभिन्न उत्पादो को तैयार भी कर रही है और वही पर आसानी से विक्रय भी।
औली मातृ शक्ति समूह की सचिव अनीता पंवार के अनुसार वर्ष 2013मे सुनील गाॅव की दस महिलाओ ने इस समूह का गठन किया और तब से लगातार समूह स्वरोजगार की ओर अग्रसर है। किसी स्तर से आर्थिक सहयोग नही मिलने के बाद भी महिलाएं अपने संसाधनो से ही राॅ मटीरियल क्रय कर रही हैं और उत्पाद तैयार कर विक्रय कर रही है।
औली मातृ शक्ति समूह मे अध्यक्ष अंजू पंवार, उपाध्यक्ष प्रेमा देवी, सचिव अनीता पंवार, सह सचिव मंजू उनियाल व कोषाध्यक्ष चमेली देवी सहित दस महिलाएं जुडी हैं। और निंरतर कडी मेहनत कर क्षेत्र के अन्य लोगो को भी स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रेरित कर रही है।