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01-भालू के हमले मे घायल युवक का प्राथमिक उपचार करते हुए।
02- भालू ने तहस-नहस किया सेब लदे पेडो को ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ।
भालू के आंतक से परेशान है सीमान्तवासी। लोगो को घायल करने के साथ ही फसलो व बागवानी को पंहुचा रहे है भारी नुकसान। सेब के लकदक पेडो को भी तहस-नहस कर रहे है। वन विभाग को पिंजरा लगाने की अनुमति मिली। बुधबार को ही गैस गोदाम रविग्राम के निकट भालू ने हमला कर 40वर्षीय युवक को घायल कर दिया।
सीमान्त प्रख्ंाण्ड जोशीमठ के विभिन्न क्षेत्रों मे लोग भालू के आंतक से खासे परेशान व खौफजदा है। नगर क्षेत्र जोशीमठ मे तो भालू का आतंक औली से लेकर मारवाडी तक है, लोग सायं होते ही घरो मे दुबकने को विवश है, लेकिन भालू अब दिन दहाडे ही हमला करने पर उतारू है। भालू जहाॅ मानव जाति के लिए बेहद खतरा बन गया है, वही फसलों व बागवानी को भी खासा नुकसान पंहुचा रहा है, औली मे फल उत्पादक कृषक प्रेम सिंह विष्ट ने कडी मेहनत से सेब को बगीचा तैयार किया था, उसमे इस वर्ष फल भी अच्छे थे लेकिन बीते दिनो से लगातार भालू सेब के बगीचे मे पंहुचकर सेब के साथ ही पेडो को भी भारी नुकसान कर रहा है।
फल उत्पादक काश्तकार प्रेम सिंह विष्ट के अनुसार कडी मेहनत के बाद सेब का बगीचा तैयार किया, लेकिन सेब से लकदक पडो को भी भालू द्वारा तहस-नहस कर देने से बहुत निराशा हो रही है, और कही से कोई सहायता तक नही मिल पा रही है। श्री विष्ट ने कहा कि वन विभाग को इसकी शिकायत की तो विभाग ने आठ-दस पटाखे दे दिए। भालू अब इतना निर्भीक हो चुका है कि पटाखों की आवाज से भी नही भाग रहा है।
ज्ंागली जानवरो से सीामन्त किसान बेहद परेशान हो चुके है, आलू व अन्य नगदी फसलो को जंगली सुअर चट कर जा रहे है, और सेब व अन्य फलों की फसलों को लंगूर व भालू , ऐसे मे काश्तकारो के सामने अब जीवन यापन करने की भी विकट समस्या हो गई है।
इधर बुधबार को प्रात दस बजे गैस गोदाम के निकट भालू ने हमला कर 40वर्षीय रमेश प्रसाद डिमरी को बुरी तरह घायल कर दिया। जिसे तत्काल सीएचसी जोशीमठ पंहुचाया गया। वन क्षेत्राधिकारी चेतना कांडपाल ने सीएचसी जोशीमठ पंहुचकर घायल रमेश के परिजनो को उपचार के लिए दस हजार की नगद राशि देते हुए मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। उन्होने बताया कि रमेश को हायर सेन्टर रैफर कर दिया गया है।
घायल के उपचार के लिए जो भी अनुमन्य आर्थिक सहायता का प्रावधान है उसे तुरन्त दिया जाऐगा। लगातार हो रहे भालुओ के हमले व फसलो के नुकसान से बचाने के लिए वन महकमे द्वारा की जा रही कार्यवाही की जानकारी देते हुए नंन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क के डीएफओ नन्दा बल्लभ शर्मा ने बताया कि लगातार मिल रही शिकायतो के बाद भालूओ को पकडने की अनुमति हेतु पत्राचार किया गया था, जिसके क्रम मे विभाग को पिंजरा लगाने की अनुमति मिल गई है, और शीध्र ही संबधित क्षेत्र मे पिंजरा लगाया जाऐगा।