बागेश्वर: गुजरात से आए एक पर्यटक ने धोखे से जहरीली घास की पत्ती चबा ली, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डाक्टरों के अनुसार पर्यटक की हालत गंभीर बनी हुई है। गुजरात के बड़ोदरा निवासी विनोद भाई बाछनी (68) ट्रैकिग के लिए कौसानी, बैजनाथ, बागेश्वर से मुनस्यारी के लिए जा रहे थे। वे करीब आधा दर्जन साथी पर्यटकों के साथ यहां बैजनाथ टीआरसी में ठहरे हुए थे।
टीआरसी के पास टहल रहे थे और खांसी होने से परेशान हो गए। टहलते हुए उन्हें एक घास नजर आई और उन्होंने उसे चबा लिया। जहरीली घास की पत्ती चबाने से उनकी तबीयत बिगड़ गई। उनके साथ आए यहां पहुंचे साथी पर्यटक घबरा गए और उन्हें तत्काल जिला अस्पताल लाया गया। उन्होंने डाक्टरों को बताया कि गुजरात में एक विशेष प्रकार की घास होती है।
गले में खरांश होने पर उसकी पत्ती चबाई जाती है। जिससे खांसी ठीक हो जाती है। उसी तरह दिखने वाली घास की पत्ती का उन्होंने सेवन किया और वे बीमार पड़ गए। डा. प्रदीप चैधरी ने बताया कि जंगली घास चबाने से पीड़ित पर्यटक लगातार उल्टी कर रहा है और अचेत अवस्था में है। उम्र अधिक होने से उनकी दिक्कत बढ़ गई है। उनका इलाज चल रहा है। फिलहाल हालत गंभीर बनी हुई है।