फोटो- विनाशकारी परियोजनाओं को बंद कराने की मांग को लेकर ज्ञापन देते हुए।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। ऋषि गंगा व तपोवन त्रासदी में लातपा लोगांे को मृत घोषित करने के साथ ही परियोजनाओं को बंद किए जाने की मांग को लेकर सीएम को ज्ञापन भेजा।
पैनखंडा संघर्ष समिति द्वारा एसडीएम के माध्यम से सीएम को भेजे ज्ञापन मे कहा गया है कि त्रासदी के 16 दिन बीतने के बाद भी सैकडों लापता लोगांे का पता नहीं चल सका है। परिजन मृत अथवा जीवित शरीर की प्रतीक्षा कर रहे है, लेकिन शासन-प्रशासन तेजी से ढूढ-खोज की बात तो कर रहा है, लेकिन नतीजा सामने नहीं आ रहा हैं। जिसके कारण परिजनांे में आके्राष बढता जा रहा है। ज्ञापन मे कहा गया है कि एनटीपीसी के साथ ही विभिन्न कंपनियों द्वारा लापता श्रमिकों का सही आंकडा सार्वजनिक नही किया जा रहा है। साथ ही सहायक कपनियों द्वारा श्रमिको की ढूढ-खोज का कार्य पूरा होने से पहले ही कार्य शुरू कर दिया गया है, जो मानवता के खिलाफ जघन्य अपराध की श्रेणी में आता है। कार्यरत कपंनियों को पहले अपने श्रमिको की ढूॅढ-खोज करनी चाहिए थी उसी के बाद कार्य शुरू होने चाहिए।
ज्ञापन मे यह भी कहा गया है कि रैणी मे निर्माणाधीन ऋषि गंगा परियोजना के मालिक द्वारा आज तक मृतको व लापता लोगो की सूची जारी नही की गई और ना ही पीडित परिवारो के लिए मुवावजा राशि की ही घोषणा की गई। जिसके कारण पैनखंडा क्षेत्र की जनता मे शासन-प्रशासन एंव कंपनी के प्रति भारी आक्रोष ब्याप्त है।
ज्ञापन मे लापता लोगो को मृत घोषित करते हुए मृत प्रमाण पत्र जारी करने व निर्माणाधीन परियोजनाओ को तत्काल बंन्द कराने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों मे पैनखंडा संघर्ष समिति के सरंक्षक भरत सिंह कुॅवर, क्षेत्र प्रमुख हरीश परमार,सुखदेव पैनखंडी, अजीत पाल रावत, विक्रम सिंह रावत,मनमोहन पैनखंडी मौजूद थे।