विभागीय अफसर सो रहे चैन की नींद, भू माफिया बने हुए हैं शेर
देहरादून। झाझरा में आपदा प्रबंधन विभाग की 70 वीघा भूमि पर भू माफिया कब्जा कर रहे हैं। जमीन के एक बड़े हिस्से पर कब्जा हो चुका है। आपदा प्रबंधन विभाग के कर्ताधर्ता इस भूमि की तरफ से बेपरवाह बने हुए हैं। इस भूमि पर भू माफिया की पहले भी नजर रही है, अब विभाग की तरफ से सक्रियता न दिखाने की वजह से भू माफिया निश्चिंत होकर भूमि कब्जाने में लगे हुए हैं।
झाझरा में आपदा प्रबंधन विभाग को उत्तराखंड शासन ने 70 वीघा भूमि आवंटित की थी। जिस पर विभाग को कब्जा भी दे दिया गया। इस भूमि को लेकर राजस्व परिषद में वाद चल रहा था। विभाग की वकील एमएस गुसांई के अनुसार राजस्व परिषद में योजित वाद निगरानी संख्या 153/2018 विभाग के हक में निर्णीत कराया जा चुका है। वर्तमान में दूसरे पक्ष द्वारा उच्च न्यायालय में वाद सं.202/2020 में चुनौती दी गई है। इस भूमि पर अन्य वाद भी विभाग के पक्ष में निर्णीत हुए हैं।
इसके बावजूद इस भूमि पर भू माफियों द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है। विभाग के वकील एमएस गुसांई से पूछने पर उन्होंने बताया कि यह मामला गंभीर है। उन्होंने इस संबंध में एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की है। जिसमें आरोप लगाया गया है कि राजस्व कर्मियों की मिलीभगत से जमीन पर कब्जे हो रहे हैं। इस जमीन पर भू माफिया धड़ल्ले से कब्जा कर निर्माण कार्य कराने में जुटे हैं।
ज्ञातव्य है कि कोरोना काल में विभाग की तरफ से इस भूमि की देखभाग नहीं हो पा रही है, इस मौके का फायदा उठाकर भू माफिया इस बहुमूल्य जमीन को हड़पने में लगे हुए हैं। माफियाओं से भूमि बचाने के लिए राजस्व विभाग के अधिकारी दिखाने के लिए कार्यवाही कर रहे हैं, असल में ऐसा कर वे भू माफिया को खुली छूट दे रहे हैं। यदि शासन प्रशासन इस भूमि को भू माफियाओं से बचाने के लिए सक्रिय होकर आगे नहीं आया तो यह 70 बीघा भूमि खुर्द बुर्द होते देर रही लगेगी।