द्वाराहाट। उत्तराखंडी अस्मिता एवं विकल्प के सवाल पर यहां आयोजित संगोष्ठी में उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीण् सीण् तिवारी ने कहा कि दिल्ली की सत्ताओं ने उत्तराखंडी की हवाओं को प्रदूषित किया है और यहां की जनता को राजनीतिक रूप से भ्रमित कर अपने निजी स्वार्थों के लिए लूट खसोट की है। उपपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तराखंडी अस्मिता को दूर से देखने वाले और राज्य में केवल चुनावों के लिए आने वाले लोग राज्य की अवधारणा को साकार नहीं कर सकते।
यहां नगर पंचायत सभागार में आयोजित संगोष्ठी में उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष ने कहा कि उत्तराखंड के समाज को समझने वाली संघर्षशील पार्टियां ही यहां के लिए सही राजनीतिक विकल्प हो सकती हैं।
संगोष्ठी की अध्यक्षता दयाल राम तथा संचालन प्रकाश जोशी ने किया। संगोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि राज्य बनने के 20 वर्षों में कांग्रेसए भाजपा जैसे दलों और उनके साथ सत्ता में भागीदार रहे लोगों ने राज्य को आर्थिकए सामाजिकए राजनीतिक व सांस्कृतिक रूप से बदलाव कर कंगाल बना दिया और अब वे हिमालयी राज्य की अवधारणा को भी लगातार ध्वस्त करने का षड्यंत्र कर रही हैं जिससे सावधान रहने की आवश्यकता है।
संगोष्ठी में महेश फुलारा, गोपाल राम, चनी राम, सीण् पीण् जोशी, नंदन सिंह किरौला, किरन आर्या, उपपा के सचिव अमीनुर्रहमान, विमला देवी, भूपेंद्र सिंह रौतेला, नवल किशोर, राहुल बिष्ट, वीर राम आदि ने संबोधित किया।