
गैरसैंण। रविवार को तय कार्यक्रम के अनुसार कांग्रेस महासचिव व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अगस्त क्रांति की 78वीं वर्षगॉठ पर
उत्तराखंड के तमाम जिलों के कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ रामलीला मैदान गैरसैंण पहुंचे। मैदान में पहुंचते ही उन्होंने वीर चंद्रसिंह गढवाली की मूर्ति और महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यापर्ण किया और बाबा मोहन उत्तराखंडी का स्मरण कर उन्हें श्रृद्धांजली दी ।
तिरंगा फहराकर उन्होंने क्विट इंडिया आंदोलन को याद करते हुए गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित हुए चार माह बीत जाने पर भी कुछ भी न होने पर चिंता जाहिर की। राष्ट्रगान गायन के बाद नेताओं का संबोधन कार्यक्रम शूरू हुआ। हरीश रावत ने कहा कि वह त्रिवेंद्र रावत को पूछने आये हैं कि भाई त्रिवेंद्र सिंह कख च हमारी ग्रीष्म कालीन राजधानी। कम से कम वह अपने
नोटिफिकेशन का सम्मान तो करें। ग्रीष्मकालीन राजधानी की अधिसूचना जारी होने के बाद से आज तक एक बोर्ड तक भी कहीं नहीं लग पाया है। कहा कि जिस स्थिति में उत्तराखंड कांग्रेस के शासनकाल में था, आज प्रदेश की उससे भी बदतर स्थिति हो गई।
गैरसैंण में कोई बदलाव नहीं आ पाया है, बल्कि केवल एक कागजी नोटिफिकेशन ही आ पाया है। कहा कि आज वह संकल्प दिवस के रूप में यह दिन मना रहे हैं वह जन भावना के अनुरूप स्थायी राजधानी की दिशा में सरकार को तारतम्य बिठाने को मजबूर करेंगे।
कांग्रेस 2022 के विधान सभा चुनावों के लिए एकजुट है, कहीं भी किसी को गलतफहमी नहीं होनी चाहिए। इस दौरान पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोबिंद सिंह कुंजवाल, उपाध्यक्ष डॉण् अनुसूया प्रसाद मैखुरी, पूर्व विधायक मदन बिष्ट, ललित फर्स्वाण, विधायक मनोज रावत, गणेश गोदियाल, मनोज तिवाड़ी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष विरेंद्र रावत, प्रदेश महांमंत्री हरिकृष्ण भट, पूर्व राज्य मंत्री सुरेश कुमार बिष्ट, सुरेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित कर केवल बरगलाने का कार्य किया है। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में जो कार्य जहां छूटे हैं, आज भी वहीं पर अटके हैं। इस दौरान पूर्व राज्य मंत्री सुशील रावत, अल्मोडा जिलाध्यक्ष पीतांबर दत, दीपक किरौला, ईश्वर बिष्ट, के एस बिष्ट, पूरन सिंह नेगी, कृष्णा नेगी, धनीराम, थराली के देवी जोशी, इंद्रसिंह राणा, हरीश एैठानी, लक्ष्मण आर्या, देवेंद्र परिहार, सुरेश खेतवाल, राजेंद्र टंगड़ीया, रानीखेत, ताड़ीखेत,
भिकिया सैंण, मोहन टमटा, द्वाराहाट के ब्लाक प्रमुख व कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष तथा अल्मोड़ा, बागेश्वर, पौड़ी, चमोली, रूद्रप्रयाग,
टीहरी, नैनीताल, देहरादून, हरिद्वार, पिथौड़ागढ के पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम में सिरकत की। रामलीला मैदान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री विधानसभा भवन भराड़ीसैंण के लिए रवाना हुए, वहां परिसर के बाहर ही धर्म कॉटा गेट पर उन्होंने कांग्रेस जनों के साथ गढ़वाली और कुमाउनी में कख च त्रिवेंद्र हमारी ग्रीष्म कालीन राजधानी कह कर जोरदार नारेबाजी की और विधानसभा परिसर के निकट ही परवाड़ीखाल में जलपान कर वह वापस अपने तय कार्यक्रम के अनुसार रात्रि विश्राम के लिए कौसानी की ओर चल दिये। कार्यक्रम का संचालन धनीराम व सुरेंद्र सिंह बिष्ट ने किया।