गाजियाबाद शहर के बीचों-बीच साईं उपवन स्थित साईं मंदिर में सुबह पूजा करने पहुंचे प्रेमी युगल की गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई। दोनों के परिवार शादी के लिए राजी थे और जल्द ही शादी होने वाली थी। हमलावर सात राउंड फायर कर पैदल ही भाग गए। इस मामले में अब एक नया खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में बात सामने आ रही है कि हमले में मारा गया प्रेमी अन्नू चौहान मूल रूप से उत्तराखंड का रहने वाला था।
गाजियाबाद पुलिस का कहना है कि अन्नू कई महिलाओं के संपर्क में था। यह बात किसी को नागवार गुजरी हो। इसको लेकर अन्नू की हत्या करने आया हो और गुस्से में प्रीति की भी हत्या कर दी हो।
पुलिस ने उक्त महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि उक्त महिला के पति ने ही हत्या करा दी हो, मंदिर परिसर में घूम रहे लोगों का कहना है कि हत्यारे को यह जानकारी थी कि मंदिर के सभी सीसीटीवी कैमरे खराब हैं। घटना को अंजाम देकर आराम से फरार हुआ जा सकता है। प्रीति को इसलिए मार दिया गया हो, जिससे कोई गवाह न बने। हो सकता है आरोपी को प्रीति जानती हो और उसे पहचान लिया हो।
मूल रूप से उत्तराखंड के पिथौरागढ़ का है अन्नू का परिवार
अन्नू चौहान का मूल गांव नेपाल सीमा से लगे ध्यांण गांव में है। अन्नू चौहान के पिता खुशाल सिंह 1971 में गांव छोड़कर ऋषिकेश में बस गए थे। वर्तमान में वह यमकेश्वर तहसील के मोहनचट्टी में रह रहे थे। जहां उन्होंने मुर्गी फार्म खोला था। अन्नू के पिता खुशाल सिंह ने बताया कि उनके गांव में पानी नहीं था। इस समस्या के चलते वहां रहने वाले छह परिवारों ने गांव छोड़ दिया था। उसके बाद वह गाजियाबाद आ गए थे।
कुमाऊं रेजीमेंट से सेवानिवृत्त खुशाल सिंह ने बताया कि उनकी चार बेटियों की शादी हो चुकी है। छोटा बेटा सुधीर हरिद्वार शांतिकुंज में कंप्यूटर की दुकान चलाता है। खुशाल सिंह ने कहा कि जब तक बेटे के कातिलों को सजा नहीं दिलाएंगे, वह चैन से नहीं बैठेंगे।