रुद्रप्रयाग। पांच वर्ष पहले जारी किया गया जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग का आदेश ग्राम पंचायत विकास अधिकारी भीरी, वि0ख0अगस्तमुनि, जनपद .रूद्रप्रयाग के सामने बौना साबित हो रहा है। जिलाधिकारी ने दो दिव्यांगों को अंत्योदय-बीपीएल कार्ड जारी करने के आदेश दिए थे, जिस पर ग्राम पंचायत अधिकारी ने कान देने की जुर्रत तक नहीं समझी। पूरे प्रदेश में हजारों लाखों ऐसे लोगों को बीपीएल कार्ड जारी हो चुके हैं, जो संपन्न हैं, लेकिन जिले के दो दिव्यांगों को बीपीएल कार्ड जारी करने में ग्राम पंचायत विकास अधिकारी को आपत्ति है।
ग्राम ओरिंग, विकासखंड अगत्यमुनि निवासी मूकबधिर बिक्रम सिंह तथा शारीरिक मानसिक रूप से दिव्यांग ठाकुर सिंह की स्थिति को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता एवं किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य नरेंद्र सिंह कंडारी ने जिलाधिकारी तथा मुख्य विकास अधिकारी रुद्रप्रयाग को पत्र लिखकर उनकी स्थिति से अवगत कराया था। जिलाधिकारी कार्यालय की तरफ से उप जिलाधिकारी उखीमठ और खंड विकास अधिकारी अगस्त्यमुनि को पत्र जारी कर 15 दिन में कार्यवाही कर उनके कार्यालय को अवगत कराने का निर्देश दिया था। जिलाधिकारी कार्यालय से दोनों पत्र 18 जनवरी 2019 को प्रेषित किए गए थे, लेकिन आज तक इन पत्रों का संज्ञान नहीं लिया गया है। ऐसा संभवतः अधिकारियों की जवाबदेही न होने व स्थानीय राजनीति में उनकी संलिप्तता के करण हो रहा है।
दिव्यांगों को शौचालयए बिद्युत कनैक्शन, गैस कनैक्शन, मनरेगा की योजनाओ आदि का भी लाभ देना तो दूर की बात है, बीपीएल राशन कार्ड तक जारी करने में इस तरह की हीलाहवाली हो रही है।