फ़ोटो.आपदा ग्रस्त इलाकों का निरीक्षण करती डी एम
प्रकाश कपरवान
जोशीमठ, चमोली। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने गुरूवार को अधिकारियों के साथ चमोली तहसील के आपदा प्रभावित गांव क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों का जायजा लिया। जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते कुरालु गांव में एक गौशाला पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिससे 1 भैंस, 1 गाय तथा 1 बैंल की मृत्यु हुई। इसके साथ ही 1 भवन भी आंशिक क्षतिग्रस्त हुआ है और कुछ घरों में चैक की दीवारें क्षतिग्रस्त हुई है।
गांव में दैवीय आपदा से सोबत लाल, आशीष लाल तथा हरेन्द्र लाल के परिवार प्रभावित हुए है और इनके आवासीय मकान को खतरा बना हुआ है। जिसको देखते हुए जिलाधिकारी ने तीनों परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने को कहा। पशुपालन की चिकित्सा टीम को तत्काल मृत मवेशियों का पोस्टमार्टम करने और प्रभावित परिवारों में मुआवजा वितरण की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। गांव घरों की क्षतिग्रस्त दीवारों को मनरेगा या आपदा न्यूनीकरण से ठीक कराने हेतु प्रस्तावित करने को कहा। इस दौरान ग्रामीणों ने गावं की अन्य समस्याओं से भी जिलाधिकारी को अवगत कराया। बताया कि सड़क पर जगह जगह मलवा और पानी की उचित निकासी न होने से खतरा बना हुआ है। जिस पर जिलाधिकारी ने लोनिवि को मलबे का उचित निस्तारण करने के निर्देश दिए।
एनडीआरएफ की टीम ने प्रभावित परिवारों में खाद्य सामग्री का वितरण भी किया। निरीक्षण के दौरान एसडीएम बुशरा अंसारी, आपदा प्रबन्धन अधिकारी एनके जोशीए राजस्व उपनिरीक्षक एवं पशुचिकित्सा टीम भी मौके पर मौजूद थी। इससे पूर्व जिलाधिकारी ने गोपेश्वर के विकास नगर में हो रहे भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण भी किया। यहाॅ पर लगातार हो रहे भूस्खलन से कई मकानों को खतरा बन गया है। जिलाधिकारी ने आपदा प्रबन्धन अधिकारी को प्रभावित क्षेत्र का भू.वैज्ञानिक टीम से सर्वे कराने के निर्देश दिए है।