जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने औली में आयोजित विवाह समारोह के लिए गठित निगरानी दल के सभी अधिकारियों की बैठक लेते हुए दैनिक गतिविधियों की रिपोर्ट का अवलोकन कर समीक्षा की। उन्होंने निगरानी दल को 28 जून को औली का पुनः एक बार स्थलीय निरीक्षण कर फाइनल रिपोर्ट संकलित करने के निर्देश दिए है। विदित हो कि मा0 उच्च न्यायालय के आदेशानुसार औली में गुप्ता बन्धुओं के बेटों की शादी समारोह की विभिन्न व्यवस्थाओं पर जिला प्रशासन ने निगरानी टीमें गठित की थी। पूरे विवाह समारोह के दौरान निगरानी टीमों ने औली में डेरा डालकर हर गतिविधि पर नजर रखते हुए अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को प्रस्तुत की है।
निगरानी टीमों द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट को संकलित करने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से भी सूचना प्राप्त करने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने कहा कि औली में विवाह समारोह के आयोजन से पर्यावरण को यदि कोई नुकसान पहुॅचा है, उसकी पूरी जानकारी उपलब्ध की जाए। बैठक में नगर पालिका जोशीमठ से औली में साफ-सफाई कराने तथा अभी तक सफाई व्यवस्था में लगे वाहन, कर्मचारियों एवं एकत्रित कूड़े के संबध में पूरी रिपोर्ट प्राप्त की गई। डीएम ने कहा कि औली में कूडे की साफ-सफाई के लिए तैनात पर्यावरण मित्रों एवं प्रयोग में लाए जा रहे सभी छोटे बडे वाहनों का पूरा भुगतान इवेन्ट मैनेजमेंट कम्पनी द्वारा किया जाएगा। उन्होंने वन विभाग को औली में नगर पालिका द्वारा कूडा हटाने के बाद निरीक्षण कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
हैलीकाप्टरों द्वारा निर्धारित शर्तो/मानकों तथा शादी समारोह मेहमानों व सामान को लाने ले जाने में प्रयुक्त वाहनों, ट्रकों की पार्किंग की स्थिति के बारे में भी तिथिवार रिपोर्ट प्राप्त की गई। इसके अलावा उपयोग में लाए गए मशरूम हीटर, जनरेटर्स, गैस स्टोब्स, अन्य विद्युत उपकरणों की भी पूरी रिपोर्ट मिल चुकी है। जल संस्थान को सीवर लाइन, मोबाइल टायलेट तथा पेयजल व्यवस्था के लिए किए गए कार्यो की निरीक्षण रिपोर्ट कि साथ साथ अस्थाई रूप से विछाई गई पेयजल लाईन के संबध में भी स्पष्ट रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। लोनिवि को आयोजन के दौरान हैलीपैड, सड़क व अन्य कार्यो में जेसीबी का उपयोग न होने तथा सड़क को किसी प्रकार की कोई क्षति न होने का प्रमाण पत्र भी देने को कहा गया। तहसीलदार जोशीमठ को शादी समारोह के दौरान प्रतिदिन उपस्थित मेहमानों व मजदूरों की संख्या एवं आवासीय व्यवस्था की अलग-अलग रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया। बैठक में सूचना विभाग ने विवाह समारोह की दैनिक गतिविधियों पर ड्राॅन कैमरे से नियमित निगरानी तथा विविध गतिविधियों के वीडियो एवं फोटोग्राफ भी उपलब्ध कराए गए।
जिलाधिकारी ने कहा कि समारोह की सभी गतिविधियों की वीडियों, फोटोग्राफ सहित पूरी रिपोर्ट मा0 उच्च न्यायालय में प्रस्तुत की जाएगी तथा इस संबध में मा0 उच्च न्यायालय द्वारा ही निर्णय लिया जाएगा। कहा कि औली में विवाह समारोह को लेकर गुप्ता बन्धुओं ने प्रशासन के पास सिक्योरिटी मनी जमा की है। बैठक में अपर जिलाधिकारी एमएस बर्निया, पुलिस उपाधीक्षक पीडी जोशी, जीएम डीआईसी डा.एमएस सजवाण, डीटीडीओ वृजेन्द्र पांडेय, डीएसओ केएल शाह, ईई जल संस्थान प्रवीण कुमार सैनी, ईई लोनिवि डीएस रावत, ईई विद्युत कैलाश कुमार, तहसीलदार चन्द्रशेखर वशिष्ठ, ईओ नगर पालिका सत्यप्रसाद नौटियाल आदि उपस्थित थे।
विदित हो कि औली मे आयोजित विवाह समारोह के दौरान जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने स्वयं भी दो बार व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने 21 व 22 जून को औली पहुॅचकर मुख्य कार्यक्रम स्थल, क्लिंप टाॅप क्लब, शादी पंडाल, सांस्कृतिक मंच, भोजनालय, ग्लास हाउस, टैंट हाउस, शौचालय, हैलीपैड, वाहन पार्किंग, साफ-सफाई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने इवेन्ट कम्पनी को औली की ढलानों में किसी भी दशा में खुदाई न करने की सख्त हिदायत भी दी थी। औली में मजदूरों के लिए बनाए गए अस्थाई शौचालय में फैली गन्दगी व कूडे को देखते हुए डीएम ने नगर पालिका को इवेन्ट कम्पनी पर जुर्माना लगाने तथा तत्काल व्यवस्थाओं को दुरूस्त कराने के भी निर्देश दिए थे। इस दौरान उन्होंने इवेन्ट मैनेजमेंट कम्पनी से विवाह समारोह की व्यवस्थाओं में उपयोग में लाए जा रहे हैलीकाप्टर, वाहन, ट्रक, मजदूरों एवं मेहमानों के संबध में भी जानकारी लेते हुए प्राप्त अनुमति के अनुसार ही कार्य करने के निर्देश दिए थे।़