14 फरवरी के दिन कश्मीर के पुलावामा में शहीद देहरादून निवासी सीआरपीएफ जवान शहीद रोशन रतूड़ी की बेटी बारवीं में अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब रही, अब शहीद की बेटी अपने पिता का सपना पूरा करना चाहती हैं और वह इसके लिए पूरे तन-मन-धन से जुट चुकी हैं ।
जब पिता शहीद हुए थे तो बेटी गंगा बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी, लेकिन इस बुरी खबर से उसे गहरा सदमा लगा। एक ओर पिता के खोने का गम तो दूसरी ओर बोर्ड परीक्षाएं सिर पर।
गंगा ने हौसला नहीं हारा। बोर्ड परीक्षाएं देने का फैसला लिया। सीबीएसई ने भी पुलवामा शहीदों के बच्चों के लिए विशेष इंतजाम किए थे। लिहाजा, बायोलॉजी, हिंदी और फिजिकल एजुकेशन की परीक्षाएं तो गंगा ने सभी छात्रों के साथ दी लेकिन फिजिक्स, केमिस्ट्री और इंगलिश की परीक्षा के लिए सीबीएसई ने बाद में इंतजाम कराया। दो मई को बोर्ड का परिणाम आया तो गंगा ने परीक्षा 68.8 प्रतिशत अंकों के साथ पास कर ली।
पिता को दिए अंतिम वचन के तहत वह गायन का शौक छोड़कर डॉक्टर बनने की तैयारी में जुट गई हैं। गंगा ने कहा कि उन्हें गायन का बेहद शौक है लेकिन पापा ने कहा था कि बेटी तू डॉक्टर बनना। जब डॉक्टर बन जाएगी तो पहली दवा मैं ही लूंगा। पिता को दिए अपने वचन के तहत अब गंगा ने डॉक्टर बनने का फैसला लिया है। इसके लिए वह कोटा में कोचिंग की तैयारी कर रही हैं।