फोटो- बदरीनाथ हाई-वे पर धूल के बीच निकलते वाहन ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। बदरीनाथ व हेमकुंड यात्रा तो बढी लेकिन सडक की बदहाल स्थिति से धूल से लथ-पथ हो रहे हैं तीर्थयात्री। कार्यदायी संस्थाओं द्वारा जल छिडकाव नहीं किए जाने से खासे परेशान हो रहे हैं श्रद्धालु। सांसद प्रतिनिधि ने मुख्यमंत्री व गढवाल सांसद को पत्र भेजकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया।
यूॅ तो ऋषिकेश से बदरीनाथ तक सडक कटिंग कार्य के दौरान पूरी सडक मे धूल ही धूल है। लेकिन जोशीमठ के मारवाडी से बदरीनाथ तक की स्थिति बेहद खतरनाक बनी हुई है। वाहनों के चलने के बाद धूल इस कदर हो जाती है कि ना तो सडक मे गढढे दिखते है और ना ही सामने से आने वाले वाहन। इस प्रकार जोशीमठ-बदराीनाथ मार्ग पर कभी भी कोई बडा हादसा हो सकता है। बीते दिनो गढवाल संासद के भ्रमण के दौरान भी स्थानीय कार्यकर्ताओ ने इस मसले को उनके समक्ष रखा था। लेकिन सडक निर्माण मे लगी कंपनियाॅ किसी की नही सुन रही।
गढवाल सांसद के प्रतिनिधि किशोर पंवार ने पुनः मुख्यमंत्री व सांसद गढवाल को पत्र लिखकर कहा कि सडक निर्माण कंपनियों के अनुबंध मे स्पष्ट है कि वे कार्य के दौरान नियमित रूप से टैंकरो के माध्यम से जल छिडकाव करेगे। लेकिन इसका भी खुलमखुला उल्लंधन किया जा रहा है। जिसके कारण तीर्थयात्री व स्थानीय जनता बेहद परेशान है। श्री पंवार के अनुसार जोशीमठ से बदरीनाथ की सडक की दुर्दशा व तीर्थयात्रियों को हालात को देखते हुए उन्होने स्वयं भी कार्यदायी कंपनियों के आलाधिकारियेां से संपर्क कर छिडकाव का आग्रह किया, लेकिन वे भी लगातार टैंकर पंहुचने का वहाना बना कर इतिश्री कर लेते है।
उन्होने पत्र के माध्यम से निमार्ण एंजेंिसयों को जल छिडकाव हेतु सख्त निर्देश देने का आग्रह किया है।