गैरसैंण। श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर भाजपा ग्रामीण नगर मंडल के पदाधिकारियों ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि देकर भावभीनी श्रृद्धांजलि अर्पित की।
इस दौरान एल पी सती ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी जम्मू .कश्मीर को विशेष दर्जा दिये जाने के खिलाफ थे। उनका कहना था कि एक देश में दो विधान, दो निशान और दो प्रधान नहीं चलेंगे। वह जम्मू कश्मीर में प्रवेश के लिए परमिशन सिस्टम को तोड़ना चाहते थे। इसीलिए 1953 में श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बिना अनुमति के कश्मीर का दौरा करने पर तत्कालीन शेख अब्दुला सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसी दौरान 44 दिन बाद संदिग्ध परिस्थितियों में 23 जून 1953 को जेल में ही उनकी मौत हो गयी थी, इसी के तुरंत बाद तत्तकालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने जम्मू.कश्मीर में प्रवेश के लिए परमिशन के प्राविधान को खत्म कर दिया था।
भाजपा मुखर्जी के बलिदान दिवस के बाद से ही पूरे देश में नारे लगाते रही है बलिदान हुए मुखर्जी जहां, वह कश्मीर हमार है, जो कश्मीर हमारा है वह सारा का सारा हमारा है। इस दौरान भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष महावीर रावत, नगर भाजपा अध्यक्ष मंगलनारायण सिंह, एल पी सती, पृथ्वी सिंह बिष्ट, विरेंद्र टम्टा, दिवाकार ढौंडियाल, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष गंगा सिंह पंवार, राजेंद्र सिंह शाह, राकेश शाह, सरद सिंह, छोटू राम आदि मौजूद रहे।












