देहरादून। उत्तराखण्ड महिला मंच का 27वां स्थापना दिवस शहीद स्मारक परिसर देहरादून में मनाया गया। मंच के सदस्यों के साथ अन्य संगठनों के प्रतिनिधि भी आमंत्रित किए गये। सुरक्षा की दृष्टि से संख्या सीमित रखी गयी। सम्मेलन में प्रत्येक क्षेत्र का प्रति निधित्व रहा।
सभा में वार्षिक कार्य और प्रगति पर प्रकाश डाला गया। सदन में उठे सभी बिन्दुओं पर चर्चा हुई। उ म म के प्रमुख मुद्दो पर सरकार को सचेत करते हुए उससे अपेक्षा की गई कि-
.. उत्तराखण्ड में बढ़ती महिला असुरक्षा और बढ़ते अपराधों पर रोक लगाने के लिए जन जागरूकता के प्रयासों को बढ़ावा एवं कानूनों का कठोरता से पालन किया जाय।
. गैरसैंण पूर्ण कालिक स्थाई राजधानी बिना विलम्ब के घोषित की जाय।
. मुजफ्फरनगर कांड के दोषियों को सजा मिले, इसके लिए अत्यंत प्रभावी कदम उठाए जाएं।
. नशा मुक्त उत्तराखण्ड हो ए इसके लिए एक प्रभावी नीति व समय बद्ध कार्यक्रम घोषित किया जाए ।
. जल जंगल, जमीन एवम खनिज खनन पर जनता का अधिकार सुनिश्चित हो, इस के लिए प्रभावी कानून बनाए जाएं।
. सबको समान और अच्छी शिक्षा व सर्वसुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो और इस सब के नाम पर चल रही प्रायवेटी लूट को रोकने कि प्रभावी व्यवस्था बनाई जाय।
सत्ता को सच्चा लोकतांत्रिक व भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए सत्ता का केन्द्रीय करण समाप्त हो और ग्राम सभाओं को सर्वाधिकार सम्पन्न बनाया जाय ।
. उत्तराखण्ड की जनता के विकास को मध्यनजर रखते हुए, बड़े बांधों व बड़ी बड़ी परियोजनाओं की जगह उपलब्ध प्राकृतिक सँसाधनों पर आधारित, छोटी छोटी परियोजनाओं को जगह जगह विकसित किया जाय।
वर्तमान किसान आन्दोलन और अन्य
विभिन्न मुद्दों पर वक्ताओं ने पूर्ण जानकारी के साथ अपने विचार रखे। सभी वक्ताओं ने किसानों के चल रहे आंदोलन को सहयोग व समर्थन व्यक्त किया ।
सभी महिला साथियों ने बड़े उत्साह के साथ दोहराया कि जब तक जन भावनाओं की तरह राज्य की दशा व दिशा नहीं होगी हम अपनी पूर्ण निष्ठा के साथ सदैव संघर्षरत रहेंगे ।