पुरोला। सतलुज जल विद्युत परियोजना की मोरी-नैटवाड निमार्णधीन परियोजना निर्माण कार्य में व्यवधान डालने को लेकर 18 लोगों के विरुद्ध दर्ज मुकदम वापस लेने को मजदूरों ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित को ज्ञापन भेजा। ऐसा न करने पर मजदूरों ने आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
गौरतलब है कि मोरी में टौंस नदी पर निमार्णधीन 60 मेघावाट मोरी-नैटवाड विधुत परियोजना निमार्ण कार्य में व्यवधान डालने को लेकर 13 नंवबर 2019 में सतलुज प्रबंधन व निर्माणदाई संस्था जेपी कंपनी ने कपिल सिंह, बाबूराम, अजयपाल सिंह, भूपेंद्र सिंह, राकेश, दुर्गेशलाल, अंकुर सिंह, नरेश कुमार, प्रकाश कपिल रावत, राजपाल, धन सिंह, राकेश कुमार, प्रीतम लाल आदि 18 स्थानीय लोगों के विरुद्ध थाना मोरी में मुकदमा दर्ज कराया था, जो वर्तमान में न्यायालय में विचाराधीन है।
आरोपितों ने परियोजना निमार्ण कार्य में व्यवधान डालने के सतलुज व जेपी कंपनी के आरोपों को बदले की कार्यवाही बताते हुए स्थानीय लोगों के विरुद्ध दर्ज मुकदमों को फर्जी बताया व शनिवार को 18 लोगों ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित को ज्ञापन भेजकर 10 दिन में मुकदमे वापस लेने की मांग की।
साथ ही मुकदमे वापस न लेने पर आंदोलन की चेतावनी दी। ज्ञापन पर दुर्गेश लाल, राकेश कुमार, धन सिंह, प्रितम लाल, राजपाल, कपील रावत, अंकुश, नरेश, बाबूराम, भूपेंद्र, अजपाल आदि के हस्ताक्षर हैं।