21 नवंबर को आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी सहित रावल श्री नृसिंह मंदिर प्रस्थान करेंगे
फोटो.बद्रीनाथ के कपाट बंद होने के दूसरे दिन उद्धव.कुबेर की डोली पांडुकेश्वर पहुंची।
प्रकाश कपरूवाण
पांडुकेश्वर/जोशीमठ। 19 नवंबर शाम भगवान बद्रीनारायण के कपाट बंद होने के पश्चात आज योग ध्यान बदरी पांडुकेश्वर पहुंचे रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी सहित श्री उद्धव जी, कुबेर जी एवं देवस्थानम बोर्ड के अधिकारी.कर्मचारी।
यहीं विराजेंगे शीतकाल में श्री उद्धव जी एवं श्री कुबेर जी। आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी कल 21 नवंबर प्रातः 9 बजे नृसिंह मंदिर जोशीमठ प्रस्थान करेगी। पांडुकेश्वर में महिला मंगल दल ने देव डोलियों का स्वागत किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन दर्शनार्थ पहुंचे। सेना के बैंड के साथ सुबह 10.15 बजे बदरीनाथ से रवाना होकर 1.00 बजे पांडुकेश्वर पहुंची। डोली के साथ बदरीनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी श्रीमान रावल जी, नायब रावल जी, अपर मुख्यकार्यकारी अधिकारी बीण्डीण् सिंह, प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, थाना बद्रीनाथ प्रभारी सत्येंद्र सिंह नेगी, अपर धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी रवींद्र भट, दफेदार कृपाल सनवाल, प्रधान पांडुकेश्वर बबिता पंवार, सरिता रावत, अरविंद शर्मा, दिगम्बर पंवार, कल्याण सिंह भंडारी, परमजीत भंडारी आदि मौजूद थे। 21 नवम्बर को बद्रीनाथ के मुख्य पुजारी श्री रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी शंकराचार्य की पवित्र गद्दी के साथ नरसिंह मंदिर पहुंचेंगे।