फोटो- प्राधिकरण के खिलाफ धरना देते सीमांतवासी ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। विकास प्राधिकरण की बाध्यता समाप्त करने की मांग को लेककर धरना दिया, मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया।
राज्य के पर्वतीय जनपदों व दूरस्थ क्षेत्रों मंे विकास प्राधिकरण का विरोध बढता ही जा रहा है। सीमांत विकास खंड जोशीमठ की जनता भी इस अब्यवहारिक प्राधिकरण से खासी परेशान है। प्राधिकरण की कठिन शर्तो व नियमों के कारण युवा बेरोजगार भी पर्यटन व्यवसाय शुरू करने से पहले ही हाथ पीछे खीचने का विवश हो रहे है। ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी अपना आवासीय मकान नही बना पा रहे है।
क्षेत्र की आम जनता की प्राधिकरण को लेकर नाराजगी व परेशानी को देखते हुए जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के वैनर तले तहसील परिसर मे एक दिवसीय धरना दिया गया और एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर सीमांत क्षेत्र जोशीमठ मे प्राधिकरण की बाध्यता समाप्त करने के साथ ही कोरोना महामारी को देखते हुए तत्काल रोक लगाने की मांग की गई है।
ज्ञापन पर संघर्ष समिति के अध्यक्ष/पालिकाध्यक्ष शैलेन्द्र पंवार, संयोजक अतुल सती, प्रवक्ता कमल रतूडी, महामंत्री जयप्रकाश भटट, महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष देवेश्वरी शाह , ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष हरीश भंडारी ,नगर भाजपा अध्यक्ष लक्ष्मण फरकिया ,कंाग्र्रेस नेत्री मीना डिमरी ,मालती मावडी , विक्रम सिंहं भुज्वाणं, ,दिनेश पोखरियाल,दीपक साह,राकेश रंजन विलंगवाल, प्रदीप कठैत व सभासद प्रदीप भटट आदि के हस्ताक्षर है।