
गैरसैण। बुुधवार को चार दिवसीय गैरसैंण कृषि उद्यान एवं पर्यटन विकास मेला का शांतिपूर्वक समापन हो गया है।मेेले के अंतिम दिन समापन समारोह में शिक्षण संस्थाओं द्वारा मनोरंजक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति महिला क्षेत्र की 9 महिला मंगलदलों ग्वाड़, सिंटोली, सारेग्वाड़, मरोड़ा, बेडी मल्ला, रोहिडा खत्रीयाणा द्वारा रस्साकशी और बाॅलीबाल प्रतियोगिता में कोलियाणा, जमणियां, भटकोट, सारकोट, सलियाणा तथा राइका गैरसैंण की टीमों ने प्रितिभाग किया जिसमें सलियाणा की टीम विनर और भटकोट की टीम रनर रही।
मेले के आखरी दिन लोगों ने जम कर खरीद दारी की जिला उद्योग केंद्र के सहयोग से लगे ऊनी वस्त्री के स्टाल से लोगों ने जम कर खरीददारी की इस मौके पर जिला उद्योग अधिकरी एम एस सजवाण ने कहा कि जिले के युवाओं को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ ले कर स्वरोजगार अपना कर प्रदेश के विकास में अपना योगदान देना चाहिए विभाग हर संभव मदद करने के लिए सहयोग करता है।
प्रदेश के राजकीय विभागीय स्टाल प्रदर्शनी में बााल विकास परियोजना प्रथम उद्यान विभाग द्वितीय और स्वास्थ्य विभाग ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वही केंद्रीय विभागों में इशरो ने प्रथम, एम्स ऋषिकेश ने द्वितीय, आर्यभट तथा पेट्रोलियम संस्थान ने तृतीय स्थान प्राप्त किये। स्वयं सहायता समूहों व एन जी ओ में एल आई सी ने प्रथम, ग्राम्य विकास ने द्वितीय तथा इन्हेअर और श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम ने तृतीय स्थान प्राप्त किये।
समारोह के अंत में मेले में प्रतिभागियों और प्रतिभा के प्रदर्शन में स्थान प्राप्त करने वालों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। साथ ही मेले में लाँटरी टीकट पर खुलने वाले इनामो का देर रात्रि तक वितरण किया गया।
समापन समारोह के दौरान मुख्य अतिथि रहे भाजपा के जिलाध्यक्ष रघुबीर बिष्ट और क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी, पूर्व राज्य मंत्री सुरेश कुमार बिष्ट और सुखपाल सिंह राणा ने जन संबोधन करते हुए आयोजकों और शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए थाना गैरसैंण पुलिस का धन्यवाद किया। विधायक ने सरकार द्वारा कराये जा रहे भिन्न विकास के कार्यों को गिनाया और कहा कि 2024 तक कर्णप्रयाग में रैल पहुंचने पर कर्णप्रयाग विश्व के नक्शे में दर्ज हो जायेगा । संचालन बीपी काला और दिगंबर गैडी द्वारा किया गया। इस दौरान प्रमुख शशी देवी, जानकी रावत नपं अध्यक्ष पुष्कर सिंह रावत, महाबीर नेगी, रामचंद्र गौड, जगमोहन कठैत, हीरा प्रसाद गैडी, सरोज शाह, प्रभा देवी, पृथ्वी सिंह बिष्ट, डा0जयानंद गैडी, चंद्र मोहन जोगेला, सूर्य प्रकाश भट आदि तमाम लोग मौजूद रहे।